मणिपुर की घटना पर पीएम ने तोड़ी चुप्पी, विपक्ष के हंगामे के बाद संसद का सत्र स्थगित
सदन की कार्यवाही शुरू हुई दोनों सदनों में विपक्ष ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया
आज सुबह अपने निर्धारित समय पर संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया और इस हंगामे का विषय था मणिपुर हिंसा।क्योंकि सदन शुरू होने से पहले ही विपक्षी दलों ने रणनीति बैठक बुलाई थी, जिसमें 11 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया था।
मणिपुर की घटना शर्मसार करने वाली : पीएम
सदन के शुरू होने से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन दिया। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि हर सांसद संसद की जिम्मेदारी को पूरी तरह निभाएगा। क्योंकि सदन में चर्चा जितनी ज्यादा पैनी होती है, उसका उतना ही जनहित में दूरगामी परिणाम सामने आते हैं, और वो परिणाम उतने ही अछे होते है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो सांसद संसद में आते हैं, वे जनता के प्रतिनिधि होते हैं। इसलिए सदन में जो चर्चा होती है, उससे जनता से जुड़े विचार और मुद्दे सामने आते हैं। इसलिए चर्चा में निर्णय समावेशी होते हैं। इसलिए मैं सभी सांसदों से निवेदन करता हूं कि वे जनहित के कार्यों को आगे बढ़ाएं।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे अपने संबोधन में कहा कि यह सत्र कई मायनों अहम है। मणिपुर की घटना पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सभ्य समाज की घटना को शर्मसार करने वाली घटना है और इस तरह की घटना अक्ष्मय है।ऐसे कुकृत्यों के वजह से दुनिया के सामने देश की किरकिरी हो रही है। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ है, उसे माफ नहीं किया जा सकता है।
ऐसी शर्मनाक घटना बर्दाश्त से बाहर
पीएम मोदी ने आज के अपने संबोधन में कहा कि मणिपुर में घटित हुई अमानवीय घटना को सुनकर मेरा दिल क्रोध और पीड़ा से भरा है। महिलाओं के साथ की जाने वाली इस शर्मनाक घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। जिन्होंने इस तरह का गुनाह किया है , वे अपनी जगह पर हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वे लोगों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए, खासकर महिलाओं के प्रति इस तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चाहे इस तरह की घटनाएं राजस्थान से हों या छत्तीसगढ़ से हो। सभी मुख्यमंत्री अपने राज्यों में उचित कदम उठाए।
प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई दोनों सदनों में विपक्ष ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया।जिस कारण से लोकसभा 2 बजे तक और राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।