कूनो नेशनल पार्क में एक और चीता मर गया, अब तक 9 लोगों ने दम तोड़ा,
कूनो नेशनल पार्क, मध्य प्रदेश में चीतों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां बुधवार सुबह एक मादा चीता मर गई। मादा चीते की मौत का पता नहीं चला। उसका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है ताकि मौत का कारण पता लगाया जा सके।
मौजूदा केंद्र सरकार ने बड़ी कोशिशों के बाद विदेशों से चीतों को भारत लाया था लेकिन इनके प्रजातियों पर ग्रहण लगते हुए नजर आ रहा है. आये दिन एक एक करके कुनो नेशनल पार्क से उनकी मृत्यु की सुचना आ रही है. धीरे धीरे ये संख्या कम होते जा रही है.
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत का सिलसिला जारी है। यहां बुधवार सुबह एक और चीते की मौत हो गई है। मादा चीता की मौत की पुष्टि वन संरक्षक (वन्यजीव) असीम श्रीवास्तव ने की है। धात्री एक मादा चीता का नाम था।
कूनो नेशनल पार्क ने इस बारे में एक घोषणा की है। बयान में कहा गया कि मादा चीता की मौत का कारण जानने के लिए उसके शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
यह भी कहा गया कि कूनो नेशनल पार्क में रखे गए 14 चीते (7 नर, 6 मादा और एक शावक) पूरी तरह से स्वस्थ हैं। चीतों को कूनो वन्यप्राणी चिकित्सक दल और नामीबियाई विशेषज्ञ लगातार देख रहे हैं।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने पहले कहा था कि चीते सिर्फ कूनो नेशनल पार्क में रहेंगे। उनका दावा था कि हम अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के संपर्क में हैं। हमारी टीम वहां जाएगी, चीते कहीं शिफ्ट नहीं होंगे और कूनो में रहेंगे ।
Brajesh Kumar