Politics

सरकार ने हिट-एंड-रन कानून पर रोक लगाई कहा कानूनों को लागू करने का फैसला एआईएमटीसी के साथ परामर्श के बाद ही किया जाएगा।

नए कानून अभी लागू नहीं हुए हैं और सरकार ने ड्राइवरों की चिंता को ध्यान में रखकर विचार किया है। बैठक के बाद, एआईएमटीसी ने इस बात की पुष्टि की कि सभी मुद्दों का समाधान हो गया है।

सरकार और ट्रक ड्राइवरों के बीच हाल ही में हुई बातचीत के बाद, जिसमें नए हिट-एंड-रन कानून को लेकर उत्तेजितता थी, एक समझौते की खबर सामने आई है। सरकार द्वारा अभी कानून के लागू होने पर रोक लगा दी गई है।

 

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (एआईएमटीसी) ने इस समझौते की जानकारी दी, जिसमें उन्होंने बताया कि नए कानून अभी लागू नहीं हुए हैं और सरकार ने ड्राइवरों की चिंता को ध्यान में रखकर विचार किया है। बैठक के बाद, एआईएमटीसी ने इस बात की पुष्टि की कि सभी मुद्दों का समाधान हो गया है। उन्होंने बताया कि नए कानूनों को लागू करने से पहले उन्होंने ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन से सलाह ली है, जिसके बाद ही ये नियम लागू होंगे।

साथ ही, गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि सरकार और ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने ड्राइवरों को काम पर लौटने की अपील की है। ट्रक ड्राइवरों के अध्यक्ष ने भी यह बताया कि उन्होंने न्याय संहिता के तहत प्रावधानों पर मुलाकात की और सभी मसलों का समाधान किया गया है। उन्होंने विशेष रूप से यह भी बताया कि नए कानून अभी लागू नहीं हुए हैं और इन्हें लागू करने का फैसला एआईएमटीसी के साथ परामर्श के बाद ही किया जाएगा।

 

ये खबर भी पढ़ें :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में भारतीदासन विश्वविद्यालय के 38वें दीक्षांत समारोह में उपस्थित होकर युवाओं को संबोधित किया।

इसी बीच, गृह सचिव ने बताया कि हिट-एंड-रन मामलों में दस साल की सजा वाले कानून पर चर्चा हुई है, लेकिन इसे भी अभी लागू नहीं किया गया है। यह निर्णय भी एआईएमटीसी के साथ चर्चा के बाद ही लिया जाएगा। कानून और संविधान समाज की सुरक्षा और न्याय की रक्षा के लिए होते हैं। हिट-एंड-रन मामलों के संदर्भ में हाल ही में हुए घटनाक्रमों ने ट्रक ड्राइवरों और सामान्य जनता को जोखिम में डाल दिया। ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल से देश के सप्लाई चेन काफी प्रभावित हुई । पेट्रोल और डीजल की कमी से कई राज्यों में समस्याएं उत्पन्न हुईं। यह मामला सिर्फ एक व्यवसायिक मुद्दा नहीं है, बल्कि इसका सीधा असर आम जनता की जेबों पर भी पड़ रहा है। इससे राशन, दवाइयों और जरूरी सामग्रियों की आपूर्ति में बाधा आ सकती है।

 

 

हिट-एंड-रन कानून के बारे में समाधान ढूंढने की स्थिति में, इसके प्रभावों को समझना आवश्यक है। यह कानून न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि समाज के भविष्य को भी प्रभावित कर सकता है। सरकार के इस निर्णय से सामान्य जनता को संकट से राहत मिली है। लेकिन इसके साथ ही, सभी पक्षों के बीच समझौता की आवश्यकता है। व्यापारिक हानि से लेकर सामाजिक प्रभाव तक, सभी दलों को मिलकर समाधान ढूंढना जरूरी है।

 

कानून न केवल न्याय का प्रतीक होता है, बल्कि समाज की सुरक्षा और स्थिरता के लिए भी आवश्यक होता है। हिट-एंड-रन के मामले में भी इस संतुलन को बरकरार रखने की जरूरत है। इस घटना के संदर्भ में जरूरत है कि सरकार और ट्रक ड्राइवरों के बीच संवाद और समझौता हो। सिर्फ कठिनाइयों को हल करने के लिए ही नहीं, बल्कि दोनों के हित में संवाद का मार्ग खोजना आवश्यक है

ट्रक ड्राइवरों के आंदोलन के कारण आम जनता को बुरी तरह से प्रभावित होना पड़ा। इसके संबंध में सरकार को सख्ती से सोचना होगा, ताकि समाज को और व्यवसायों को नुकसान न हो। हिट-एंड-रन कानून के बारे में सरकारी निर्णय और ट्रक ड्राइवरों के आंदोलन से जुड़े मामले में, समय की सबसे बड़ी जरूरत है संवाद और समझौता। इस विवाद को सुलझाने के लिए हर तरह की चर्चा और समाधान की आवश्यकता है। हिट-एंड-रन मामलों के बारे में समझौता और संवाद की मांग जनता और समाज की बड़ी उम्मीद है। इस मामले में सरकार और ट्रक ड्राइवरों के बीच साथ और समझौता ही समाधान का मार्ग है।

 

समाज के हित में, सरकार को और ट्रक ड्राइवरों को साथ मिलकर समाधान की दिशा में कदम उठाना चाहिए। यह बात न केवल समझौता की है और न ही कठिनाइयों को हल करने के लिए, बल्कि समाज को सुरक्षित और स्थिर रखने के लिए जरूरी है।

 

 

 

 

Follow us on :

Instagram:  https://www.instagram.com/chaupalkhabarnews/

Facebook: https://www.facebook.com/ChaupalKhabarNews

Twitter:  https://twitter.com/ChaupalKhabar

You Tube  : https://www.youtube.com/@ChaupalKhabar

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button