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बिहार में तेजी से बदल रहा नंबरगेम, गायब’ विधायकों से संपर्क जोड़ने में जुटे दोनों खेमे……

बहुमत परीक्षण की घड़ी जैसे-जैसे करीब आ रही है, नंबरगेम में भी तेजी से बदलाव आ रहा है।

बिहार में शक्ति परीक्षण की घड़ी आ गई है और खेला जारी है। दोनों ही खेमों से दो-दो विधायकों की अनुपस्थिती देखने को मिली हैं। जिसमे से एक विधायक को पुलिस पटना लेकर आ रही है।  बहुमत परीक्षण की घड़ी जैसे-जैसे करीब आ रही है, नंबरगेम में भी तेजी से बदलाव आ रहा है।

बिहार में पिछले कुछ दिनों से सियासी उठापटक का माहौल बना हुआ है  नीतीश कुमार  जबसे महागठबंधन का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल हुए है, तभी से यह खेला शब्द चर्चा का मुद्दा बना हुआ है  नीतीश के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम रहे तेजस्वी यादव ने बताया था की अभी खेला बाकी है, अब विधानसभा में शक्ति परीक्षण का समय आ गया है।

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नीतीश कुमार की सरकार को विधानसभा में आज बहुमत साबित करना है और इससे पहले तेजस्वी फ्रंट फुट पर खेल रहे  हैं,  उनकी पार्टी ने विधानसभा में शक्ति परीक्षण से ठीक पहले भी खेला होने का दावा किया है। शक्ति परीक्षण की घड़ी के क़रीब आते ही, खेले में नए चेहरे सामने आ रहे हैं। बिहार की राजनीति में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। खासकर, जब सत्ताधारी खेमों से विधायकों की गायबी की ख़बरें आ रही हैं।

एक से बढ़कर एक नंबरगेम का चलन देखने को मिल रहा है। नीतीश कुमार ने अपने समर्थन को साबित करने के लिए 128 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा था। लेकिन इस बीच, खेमों के एक-एक विधायक के गायब हो जाने से समर्थन की संख्या में कमी आई है। इसके परिणामस्वरूप, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने घोषित किया कि उनके पास 127 विधायकों का समर्थन है।

 

 

खेले में नए उतार-चढ़ाव के साथ, सत्ताधारी खेमों के विधायकों की गायबी और समर्थन की संख्या में गिरावट का माहौल बन रहा है। इसके बीच, बिहार में अभी भी ‘खेला’ बाकी है या नहीं, यह सवाल बड़ी चिंता का विषय बन गया है। राजनीतिक परिस्थितियों में जल्दी से बदलाव देखने के बावजूद, अभी तक खेला का अंत नहीं हुआ है। बिहार की राजनीति में दिन-रात की करतूतों और रणनीतियों की दास्तान आम हो चुकी है। परिस्थितियों की तेजी से बदलती रफ्तार ने राजनीतिक समीकरण में नया मोड़ ले लिया है। इससे साफ है कि बिहार की राजनीति में अभी भी नई कहानियों की शुरुआत होने वाली है।

 

By Neelam Singh.

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