Chandigarh Mayor Election : 8 वोटों को रद्द करने और 12 वोटों को मान्य ठहराने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ में किया नए मेयर का ऐलान, कुलदीप कुमार होंगे चंडीगढ़ के नए मेयर……
इस फैसले के साथ ही यह निश्चित हो गया कि चंडीगढ़ की राजनीतिक मंच पर अब और भी तीखी बहसें शुरू होंगी।
चंडीगढ़ में मेयर चुनाव के मामले में सुप्रीम कोर्ट के अभूतपूर्व फैसले ने एक बार फिर राजनीतिक उथल-पुथल को चरम सीमा तक पहुंचा दिया। सुप्रीम कोर्ट ने 8 वोटों को रद्द करने और 12 वोटों को मान्य ठहराने के बाद चंडीगढ़ के नए मेयर का ऐलान किया। इस फैसले के साथ ही यह निश्चित हो गया कि चंडीगढ़ की राजनीतिक मंच पर अब और भी तीखी बहसें शुरू होंगी।
जैसा कि जाना जाता है, चंडीगढ़ में हुए मेयर चुनाव के दौरान विवादों की लहर लगातार बढ़ती रही। जब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के दौरान वीडियो फुटेज और वोटों की मान्यता के संबंध में गहरी जाँच की, तो उसमें अभूतपूर्व तरीके से फैसला सुनाया गया। इस फैसले के बाद, आम आदमी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार कुलदीप कुमार को मेयर घोषित किया गया। इस मामले में रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह को भी सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई। उन्हें 8 अमान्य वोटों के मामले में सख्ती से निगरानी करने के लिए आदेश दिया गया। इसके अलावा, वीडियो में दिखाई गई छेड़छाड़ के मामले में भी गहरी जांच के आदेश दिए गए।
ये खबर भी पढ़ें : गृहमंत्री अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले पर राहुल गांधी को कोर्ट द्वारा दी गई राहत, मंजूर की जमानत याचिका
सुप्रीम कोर्ट की बेंच के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के नेतृत्व में हुई इस सुनवाई में विवाद की बदहाली हुई। वकीलों अनोखी बहस देखने को मिली। जब बैलेट पेपर की जांच की गई, तो पता चला कि 8 अमान्य वोटों में AAP के कुलदीप कुमार को वोट मिले थे। इस जांच के बाद, वकीलों की बहस और न्यायाधीशों की सलाह के बाद फैसला आया कि अमान्य वोटों को भी मान्य मानकर गिनती दोबारा कराई जाए। इस घटना के संबंध में न्यायाधीश पारदीवाला ने कहा, “बैलेट पर टिक क्यों किया?” इसका उत्तर देते हुए, वकील मुकुल रोहतगी ने बताया कि कुछ बैलेट अवैध थे, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि ऑफिसर को चोर कहा जा सकता है।
इस घटना के बाद वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कोर्ट से री-काउंटिंग की मांग की गई है। उन्होंने और भी बड़े फैसले की मांग की, जैसे कि नए सिरे से चुनाव कराने की। चंडीगढ़ में हुए इस महत्वपूर्ण चुनाव के बाद वीडियो में छेड़छाड़ के आरोप भी उठे। इस वीडियो में बीजेपी के अल्पसंख्यक सेल के सदस्य मसीह को आप पार्षदों के लिए डाले गए बैलेट पेपर्स पर निशान लगाते हुए दिखाया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस कार्य की निंदा की और इसे “लोकतंत्र का मजाक” बताया।
By Neelam Singh.
Follow us on :
Instagram: https://www.instagram.com/chaupalkhabarnews/
Facebook: https://www.facebook.com/ChaupalKhabarNews
Twitter: https://twitter.com/ChaupalKhabar
You Tube : https://www.youtube.com/@ChaupalKhabar