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सीएम मोहन यादव द्वारा 1500 कांग्रेसियों को बीजेपी में कराया गया शामिल, कहा, “बहुत से लोग असमंजस की स्थिति में देखे जा रहे हैं। आज नहीं तो कल… वे भी बीजेपी परिवार में शामिल होंगे।

बीजेपी ने कमलनाथ का गढ़ माने जाने वाले छिंदवाड़ा में ही सेंध लगाई,जिसमे बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लीड रोल निभाया।

कमलनाथ के अगले राजनीतिक कदम पर सस्पेंस बना हुआ है। उनके गढ़ छिंदवाड़ा जिले से कांग्रेस के कई स्थानीय नेता बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इन नेताओं को बीजेपी में एंट्री दिलाई है और कहा, “बहुत से लोग असमंजस की स्थिति में देखे जा रहे हैं। आज नहीं तो कल… वे भी बीजेपी परिवार में शामिल होंगे।

मध्य प्रदेश में कमलनाथ को लेकर संशय के बादल दिखाई दे रहे हैं, लेकिन पार्टी को झटका लगने के सिलसिले पर ब्रेक नहीं लग रहा है। इस बार तो बीजेपी ने कमलनाथ का गढ़ माने जाने वाले छिंदवाड़ा में ही सेंध लगाई है जिसमे बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लीड रोल निभाया है। यादव बुधवार को छिंदवाड़ा दौरे पर पहुंचे थे और वहां उन्होंने सबसे पहले 104 करोड़ के विकास कार्यों के बारे में बताया , उसके बाद जनआभार यात्रा भी निकाली। CM मोहन यादव द्वारा छिंदवाड़ा में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को बीजेपी में शामिल करवाया  गया है, और संगठन को धार देने की कवायद में जुटा दिया गया है।

कमलनाथ छिंदवाड़ा में लगातार 9 बार लोकसभा चुनाव में अपना परचम लहरा चुके,हैंअभी छिंदवाड़ा से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद हैं।

छिंदवाड़ा में बीजेपी के जिलाध्यक्ष ने दावा किया हैं कि यहां करीब 1500 कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी  छोड़ी है और बीजेपी को शामिल किया है। जिसमे से  700 से ज्यादा कार्यकर्ता नव निर्मित पांढुर्णा जिले के रहने वाले हैं। यादव ने बताया, ” मैं 163 सीटों (विधानसभा चुनाव में) के जनादेश के साथ बीजेपी को सत्ता में लाने के लिए मध्य प्रदेश की जनता को धन्यवाद देने के लिए आज छिंदवाड़ा आया हूं।” मुख्यमंत्री ने 104 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। जबकि कांग्रेस प्रवक्ता आनंद बख्शी द्वारा बताया गया, ” की अगर कुछ कार्यकर्ता दूसरी पार्टियों में चले जाते हैं तो भी  पार्टी और संगठन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।”हालांकि हमारा सवाल बस इतना है कि ऐसे लोगों की अन्य पार्टियों में क्या स्थिति होगी? उन्हें जो ताकत मिली है वह कांग्रेस संगठन से ही प्राप्त हुई है।

बताते चलें कि कमलनाथ छिंदवाड़ा में लगातार 9 बार लोकसभा चुनाव में अपना परचम लहरा चुके है। उन्होंने दो बार लगातार छिंदवाड़ा विधायक सीट को भी अपने नाम किया हैं। हालांकि अभी छिंदवाड़ा से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद हैं। यह एकमात्र ऐसा निर्वाचन क्षेत्र है, जिसे बीजेपी 2019 के चुनाव में कांग्रेस से छीन नहीं पायी थी। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में एक बार फिर यहाँ पर  कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया और सातों सीटों को अपने नाम कर लिया है। बीजेपी को छिंदवाड़ा में अदद जीत की उम्मीद है। यही कारण  है कि पार्टी द्वारा छिंदवाड़ा को कमजोर सीट के रूप में चिह्नित किया गया है

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