“संसद में भी केजरीवाल, तो दिल्ली होगी और खुशहाल” – आप का चुनावी नारा।
आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के लिए अभियान शुरू किया। पार्टी ने इस अभियान के लिए 'संसद में भी केजरीवाल तो दिल्ली होगी और खुशहाल' स्लोगन जारी किया है।
आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के लिए अभियान शुरू किया। पार्टी ने इस अभियान के लिए ‘संसद में भी केजरीवाल तो दिल्ली होगी और खुशहाल’ स्लोगन जारी किया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, और चारों उम्मीदवार मौजूद रहे। केजरीवाल ने इंडिया गठबंधन के सातों उम्मीदवारों को जिताने की अपील की, कहते हुए कि वे अकेले उपराज्यपाल और केंद्र सरकार से लड़ रहे हैं। दिल्ली में भाजपा, उपराज्यपाल और केंद्र सरकार उनके सभी कामों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बावजूद, दिल्ली के लोगो द्वारा उनकी सरकार को तीन बार चुनकर उनका साथ दिया है।
भगवंत मान ने कहा कि वे नफरत की नहीं, केवल काम की राजनीति करते हैं और उन्होंने दिल्ली की जनता के प्यार और विश्वास को प्राप्त किया है। वह आम आदमी पार्टी को दिल्ली में सभी सातों सीटों पर वोट देने की अपील करते हुए कहते हैं कि ऐसा करने से केजरीवाल को सात हाथ मिल जाएंगे। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की चार लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिसमें सोमनाथ भारती, कुलदीप कुमार, सहीराम, और महाबल मिश्रा शामिल हैं। इसके अलावा, आप द्वारा राज्यसभा के पूर्व सदस्य सुशील गुप्ता को भी कुरुक्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है।
इस अभियान के दौरान, आम आदमी पार्टी ने भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ उनके कामों को सिलसिलेवार ढंग से दर्ज किया गया है। उन्होंने दिल्ली में विभिन्न योजनाओं को रोकने के प्रयासों का जिक्र किया और जनता को इसकी जानकारी देने का वादा किया है। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को हर घर तक इस मुहिम की जानकारी पहुंचाने का आदेश दिया है। इसके साथ ही, पंजाब में भी आम आदमी पार्टी ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। यह फैसला उनकी संगठन की गहरी रणनीतिकता को दर्शाता है और उनके चुनावी तय को लेकर निर्धारित रूप से अपनी पहचान को मजबूत करता है। यह भी दिखाता है कि पार्टी किसी भी राजनीतिक मामले को गंभीरता से लेती है और जो लक्ष्य निर्धारित किये हुए है उनको हासिल करने के लिए संघर्ष कर रही है।