PM मोदी द्वारा किया गया 13,000 फीट की ऊंचाई पर बनी दो लेन की सबसे लंबी सुरंग का शिलान्यास……
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत सरकार ने अपनी पूर्वोत्तर दौरे के दूसरे दिन अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया। इस दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री ने हजारों करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत सरकार ने अपनी पूर्वोत्तर दौरे के दूसरे दिन अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया। इस दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री ने हजारों करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिसमें सबसे विशेष रूप से सेला पास में बनी दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग (सेला टनल) का उल्लेखनीय योगदान है।
सेला टनल से भारत को कई महत्वपूर्ण लाभ प्रदान होंगे। यह सुरंग सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण सेला दर्रे में होने वाली सड़क बंद के कारण होने वाली समस्या को हल करेगा। साथ ही, यह सुरंग अरुणाचल प्रदेश के तवांग और पश्चिम कामेंग जिलों को जोड़कर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगी। सेला टनल की कुल लंबाई 11.84 किलोमीटर है, जिसमें दो ट्यूब्स और सड़कें शामिल हैं। इसमें एक ट्यूब 1591 मीटर लंबी है और दूसरा 993 मीटर की है। टनल 2 में ट्रैफिक के लिए एक बाई-लेन ट्यूब और एक एस्केप ट्यूब बनाया गया है। इसके साथ ही, अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके इसे बनाया गया है, जिससे इसपर बर्फबारी का कोई असर नहीं होगा। इस परियोजना के तहत दो सड़कें (7 किलोमीटर और 1.3 किलोमीटर) भी बनाई गई हैं, जो सेला दर्रा को बायपास करेंगी और ट्रैफिक में कमी लाएंगी।
सेला टनल के उद्घाटन से राष्ट्रीय सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण सुधार होगा। भारतीय सेना द्वारा भी अब तीव्रता से पश्चिम कामेंग क्षेत्र में पहुंचा जा सकेगा, जिससे चीन के साथ सीमा क्षेत्र में भी अधिक सुरक्षा उपाय किए जा सकेंगे। सेला टनल के निर्माण में विलम्ब के कारण बाधाएं आयी, लेकिन इसका उद्घाटन अब अरुणाचल प्रदेश के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्रोजेक्ट स्वदेशी तकनीक का उपयोग करके बनाया गया है जो यहां के लोगों के लिए सुरक्षित और सुगम यात्रा का संभावनातमक माध्यम प्रदान करेगा। सेला टनल का उद्घाटन एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के विकास और सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान करेगा। इस परियोजना से भारतीय सेना को सहूलियत मिलेगी और सीमा क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति में सुधार होगा, जिससे देश की सुरक्षा में एक और कदम आगे बढ़ेगा।