MP में बीजेपी को झटका लोकसभा चुनाव तारीखों के ऐलान से ठीक पहले, सांसद अजय प्रताप सिंह ने छोड़ी पार्टी….
मध्य प्रदेश की राजनीति में चुनावी हलचल मच है। लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ा झटका लगा है। राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है, जिसे वे नाराज़गी के आधार पर कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश की राजनीति में चुनावी हलचल मच है। लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ा झटका लगा है। राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है, जिसे वे नाराज़गी के आधार पर कर रहे हैं। इस घटना ने पार्टी को स्तब्ध कर दिया है और इसे एक बड़ी राजनीतिक घटना के रूप में देखा जा रहा है।
अजय प्रताप सिंह का इस्तीफा देने का कारण है उनके टिकट न मिलना। बीजेपी ने मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की, लेकिन अजय प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाने का नाम नहीं आया। इससे वे नाराज हो गए और पार्टी से इस्तीफा दे दिया। बीजेपी ने अजय प्रताप सिंह के इस्तीफे के बाद अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया है। सीधी सीट पर पार्टी ने राजेश मिश्रा को अपना प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा, छिंदवाड़ा सीट पर बंटी साहू, बालाघाट सीट पर भारती पारधी, उज्जैन सीट पर अनिल फिरोजिया, धार सीट पर सावित्री ठाकुर और इंदौर सीट पर शंकर लालवानी को चुनावी मैदान में उतारा गया है।
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अजय प्रताप सिंह को सीधी से ही चुनाव लड़ना चाहिए था, लेकिन उनके टिकट ना मिलने से वे नाराज़ थे। इसके परिणामस्वरूप, उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अब अजय प्रताप सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। इस बीच, छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार नकुलनाथ के खिलाफ बंटी साहू उतरेंगे। वहीं, इंदौर सीट पर शंकर लालवानी और उज्जैन सीट पर अनिल फिरोजिया पर पार्टी ने फिर से भरोसा जताया है। बालाघाट सीट पर भारती पारधी को पहली बार टिकट मिला है, जबकि धार सीट पर सावित्री ठाकुर को दूसरी बार टिकट मिला है।
यहाँ उल्लिखित है कि अजय प्रताप सिंह ने अपना इस्तीफा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भेज दिया है और इसकी कॉपी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी है। इस राजनीतिक उत्सव में बीजेपी के इन हलचलों ने मध्य प्रदेश की राजनीति में गहरी उलझन का माहौल बना दिया है। चुनावी मैदान में अब और भी रोमांच होने की संभावना है। यहाँ तक कि अजय प्रताप सिंह का निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरना भी एक नया रुख हो सकता है, जो इस चुनाव को और भी रोमांचक बना सकता है। इस प्रकार, मध्य प्रदेश की राजनीति में गर्माहट बढ़ती जा रही है और लोकसभा चुनाव की तारीखों के नज़दीकी इस समय में इसे एक नए दिशा देने की संभावना है। इससे पहले भी राजनीतिक समीकरणों में बदलाव हो रहा है, लेकिन ये घटनाएं इस बदलाव को और भी गहराती हैं। अब से चंद घंटों में होने वाले लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान इस बदलाव को और भी चर्चा का विषय बना देगा।