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CDS अनिल चौहान ने गिनाए अग्निवीर योजना के फायदे, कहा अग्निवीर से सेना और देश दोनों होंगे मजबूत।

'अग्निपथ'योजना को 2022 में केंद्र सरकार ने शुरू किया था, जिसमें युवाओं की भर्ती को लेकर आगे बढ़ा गया था। योजना के तहत 17 से साढ़े 21 साल की आयु के युवाओं को सेना में भर्ती किया जाता है, और उन्हें चार साल के शॉर्ट टर्म कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर 'अग्निवीर' के रूप में नामित किया जाता है।

भारतीय सेना की महत्वाकांक्षी योजना ‘अग्निपथ’ के बारे में जोरदार बहस जारी है। इस योजना को 2022 में केंद्र सरकार ने शुरू किया था, जिसमें युवाओं की भर्ती को लेकर आगे बढ़ा गया था। योजना के तहत 17 से साढ़े 21 साल की आयु के युवाओं को सेना में भर्ती किया जाता है, और उन्हें चार साल के शॉर्ट टर्म कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर ‘अग्निवीर’ के रूप में नामित किया जाता है। इस योजना के तहत हर साल करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाता है।

“अग्निवीरों का इस्तेमाल किसे करना है? कमांडिंग ऑफिसर को।क्या उनमे किसी तरह का कोई मतभेद है?

अग्निपथ योजना को लेकर सेना के बाहर से भी आलोचना हो रही है। जुनूनी युवा इस योजना को लेकर उत्साहित हैं, लेकिन कुछ विरोधी ताकतें भी अपनी आवाज उठा रही हैं। इसी विषय पर बात करते हुए इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2024 में देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने एक बड़ा बयान दिया। जनरल अनिल चौहान ने कहा, “अग्निवीरों का इस्तेमाल किसे करना है? कमांडिंग ऑफिसर को। उन्होंने कहा की क्या उनमें किसी तरह का कोई मतभेद है? वे लोग तो काफी खुश हैं क्योंकि कमांडिंग ऑफिसर अब अपनी यूनिट में उन लोगों को चुन सकते हैं जिनके साथ वे काम करना चाहते हैं। इससे बेहतर क्या होगा?” उन्होंने यह भी कहा कि अग्निवीरों को इससे कोई समस्या नहीं है। जिन्हें अग्निवीरों के साथ काम करना है उन्हें कोई समस्या नहीं है। जो भी समस्याएं हो रही है वह सब सेना के बाहर हो रही हैं।

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जनरल अनिल चौहान के मुताबिक अग्निवीर योजना ‘पारदर्शी’ हैं और कहा की यह न केवल सेना को बल्कि आने वाले समय में देश को भी मजबूत करेगी। इसके साथ ही उन्होंने अग्निवीरों और कमांडिंग ऑफिसर से उनके फीडबैक लिए हैं और किसी को कोई समस्या नहीं है। जून 2022 में केंद्र सरकार ने सेना के तीनों अंगों (थल सेना, नौसेना और वायुसेना) में 17 से साढ़े 21 साल की आयु के युवाओं की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत भर्ती होने वालों की रैंक मौजूदा रैंक से अलग रहती हैं। जिसके तहत हर वर्ष करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाता है।

अग्निपथ योजना को लेकर विभिन्न तरह के धारावाहिक चर्चाएं चल रही हैं। इस योजना के माध्यम से सेना में नये और युवा ताकत को शामिल किया जाना है, जो देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। हालांकि, इसके साथ ही कुछ लोगों का ध्यान इस योजना के कुछ असमर्थताओं पर भी है।

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