AAP नेता संजय सिंह ने भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप चुनावी बॉन्ड के नाम पर हुआ घोटाला..
आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला है। उनका कहना है कि इस प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का आरोप है और कंपनियों को टैक्स में छूट दी गई है।संजय सिंह ने कहा, "छह कंपनियां ऐसी हैं जिन्होंने अपने कुल मुनाफे से ज्यादा बीजेपी को चंदा दिया है।
आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला है। उनका कहना है कि इस प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का आरोप है और कंपनियों को टैक्स में छूट दी गई है। संजय सिंह ने कहा, “छह कंपनियां ऐसी हैं जिन्होंने अपने कुल मुनाफे से ज्यादा बीजेपी को चंदा दिया है। इसके अलावा कुछ कंपनियां ऐसी हैं जिन्होंने घाटे के बावजूद भाजपा को चंदा दिया है।”यह उल्लेखनीय है कि आबकारी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपित सांसद संजय सिंह को राउज एवेन्यू कोर्ट ने हाल ही में दो लाख रुपये के जमानत बॉन्ड और इतनी ही राशि की जमानत राशि पर जमानत दी थी। उनकी पत्नी ने अनीता सिंह ने जमानत बॉन्ड भरा था। इसके साथ ही अदालत ने जमानत की शर्तें भी लगाईं। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने संजय सिंह पर जमानत की पांच शर्तें लगाईं।
संजय सिंह की ओर से पेश अधिवक्ता द्वारा अदालत से शर्तें लगाने के दौरान एनसीआर छोड़ने से पहले पूर्व अनुमति की शर्त न लगाने का आग्रह किया गया। जिसके बाद उन्होंने कहा था कि उनका मुवक्किल राज्यसभा सदस्य है और इस चुनाव के समय बार-बार अनुमति लेने के लिए अदालत का रुख करना उनके लिए मुश्किल होगा क्योंकि अभियान कार्यक्रम आखिरी घंटे में उपलब्ध कराया गया था।अधिवक्ता ने कहा था कि उनके मुवक्किल के भागने का कोई खतरा नहीं है। कोर्ट ने संजय सिंह पर शर्त लगाई कि एनसीआर छोड़ने से पहले उन्हें अपनी यात्रा के कार्यक्रम व गूगल लोकेशन को भी जांच अधिकारी के साथ साझा करना होगा। वहीं, ईडी की ओर से पेश अधिवक्ता जोहेब हुसैन ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट की शर्त है कि संजय सिंह इस मामले में अपनी भूमिका के संबंध में मीडिया से बात नहीं करेगा।
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संजय सिंह के अधिवक्ता ने कहा था कि उनके मुवक्किल सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन करेंगे। इस विवाद में इलेक्टोरल बॉन्ड का महत्व बढ़ गया है। इसके साथ ही, राउज एवेन्यू कोर्ट द्वारा जमानत पर लगाए गए शर्तों ने इस मामले को और भी गंभीर बना दिया है। संजय सिंह की पत्नी द्वारा जमानत बॉन्ड भरने के बावजूद उन्हें कोर्ट के निर्देशों का पालन करना होगा। इस मामले में संजय सिंह द्वारा उठाए गए आरोपों ने राजनीतिक दलों के बीच खींचतान बढ़ा दी है। इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से चंदा देने पर उनका आरोप है, जिससे कि भाजपा को विशेष अनुकूलता मिल रही है।
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इस मामले में अदालत के द्वारा लगाए गए नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है। संजय सिंह को अपनी यात्रा का कार्यक्रम और गूगल लोकेशन साझा करने की शर्त लगाई गई है, जिससे कि उनकी गतिविधियों का पूरी निगरानी कि जा सके। संजय सिंह की ओर से उठाए गए आरोपों ने इलेक्ट्राल प्रक्रिया में सुधार की मांग को मजबूती से उठाया है। इस मामले में अदालत की संख्यायिता और निष्पक्षता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।