DHFL के पूर्व डायरेक्टर को CBI ने किया गिरफ्तार, लगाया गया 34000 करोड़ के बैंक घोटाले का आरोप..
देश के बैंकिंग सेक्टर में एक और बड़ा फ्रॉड मामला सामने आया है, जिसमें डीएचएफएल (देवेलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड) के पूर्व डायरेक्टर, धीरज वधावन, को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है।
देश के बैंकिंग सेक्टर में एक और बड़ा फ्रॉड मामला सामने आया है, जिसमें डीएचएफएल (देवेलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड) के पूर्व डायरेक्टर, धीरज वधावन, को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में उन पर 17 बैंकों के साथ 34,000 करोड़ रुपये के लोन फ्रॉड का आरोप लगाया गया है। वाधवान पहले भी बैंक घोटाले मामले में जेल गए थे और अब भी उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यह मामला देश के बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा फ्रॉड माना जा रहा है।
सीबीआई ने नई दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट के स्पेशल कोर्ट में धीरज वधावन को समेत 74 लोगों और 57 कंपनियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है। इस चार्जशीट में उन्हें 17 बैंकों के साथ फ्रॉड करने का आरोप लगाया गया है। यहाँ तक कि सीईओ हरशिल मेहता के नाम भी इस चार्जशीट में शामिल किया गया है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत पर, एक एपीआईआर दर्ज की गई, जिसमें कहा गया है कि डीएचएफएल के कपिल वधावन और धीरज वधावन ने एक साजिश रची और बैंकों को फ्रॉड करने के लिए मिलकर कंसोर्टियम के रूप में काम किया। इन बैंकों पर 42,871.42 करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसमें से बड़ा हिस्सा निकालकर उसका दुरुपयोग किया गया। सीबीआई के मुताबिक, डीएचएफएल के बुक्स में हेराफेरी की गई और इन बैंकों को 31 जुलाई, 2020 तक 34,615 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
इस मामले में सामने आने वाली घटनाओं से स्पष्ट होता है कि बैंकिंग सेक्टर में भ्रष्टाचार की समस्या अब भी है। इसके विपरीत, सरकार और नियामक संस्थाएं कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाएं न फिर हों। बैंकिंग संस्थाओं को भी सतर्क रहना चाहिए और सुरक्षा के मामलों में अधिक ध्यान देना चाहिए।
ये खबर भी पढ़ें: राहुल और केएल शर्मा के प्रचार में शिद्दत से जुटे, अखिलेश ने दिया फरमान, BJP से अदावत… रायबरेली- अमेठी फतह के लिए सपा ने झोंकी ताकत
बैंक फ्रॉड मामलों के सम्बंध में कड़े कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। साथ ही, समाज को भी इस तरह के फ्रॉड के खिलाफ जागरूक किया जाना चाहिए ताकि वह संवेदनशीलता के साथ इस तरह की घटनाओं को रोक सके।