
लोकसभा चुनाव के चार चरणों का मतदान हो चुका है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दावा है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगा। दूसरी ओर, विपक्षी गठबंधन का कहना है कि 4 जून को भाजपा की विदाई निश्चित है। इस संदर्भ में एक इंटरव्यू में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पूछा गया कि यदि भाजपा बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाती तो क्या उसके पास कोई प्लान बी है? अमित शाह ने स्पष्ट रूप से कहा, “प्लान बी तभी बनाया जाता है, जब प्लान ए के सफल होने की संभावना 60 प्रतिशत से कम हो। मुझे पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारी बहुमत से सत्ता में वापसी कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि 60 करोड़ लाभार्थियों की एक मजबूत सेना पीएम मोदी के साथ खड़ी है। शाह ने जोर देकर कहा कि इन लाभार्थियों की कोई जाति या उम्र वर्ग नहीं है और जिन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिला है, वे जानते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी क्या हैं और क्यों 400 सीटें देना चाहिए।
विपक्ष का आरोप है कि अगर भाजपा सत्ता में वापस आती है तो वह आरक्षण खत्म कर देगी। इस पर अमित शाह ने जोर देकर कहा, “हमने यह बिल्कुल साफ कर दिया है कि जब तक भाजपा का एक भी सांसद है, तब तक एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को कोई हाथ भी नहीं लगा सकता। नरेंद्र मोदी से बड़ा एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण का कोई समर्थक नहीं है।” अमित शाह ने अपनी सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए कहा, “जो अनुच्छेद 370 पर सवाल उठाते हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि कश्मीर में मतदान प्रतिशत 40 फीसदी को पार कर गया है और अनुच्छेद 370 हटाने की इससे बड़ी सफलता क्या हो सकती है।” शाह ने कहा कि सभी कट्टरपंथी समूह और नेता अब मतदान कर रहे हैं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बन गए हैं। उन्होंने कहा कि पहले कश्मीर में चुनाव बहिष्कार के नारे लगते थे, लेकिन आज शांतिपूर्ण चुनाव हो रहे हैं।
अमित शाह ने विपक्षी गठबंधन को निशाना बनाते हुए कहा कि INDI गठबंधन के सभी चरित्र मिलते-जुलते हैं, तभी वे साथ आए हैं। उन्होंने कहा, “ये सभी पार्टियां वंशवादी राजनीति पर आधारित हैं। ये सभी अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करने की बात करती हैं और सभी तीन तलाक को भी वापस लाना चाहती हैं। ये सभी पार्टियां समान नागरिक संहिता और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का विरोध करती हैं। ये भ्रष्टाचार में डूबी हुई हैं। इसलिए INDI गठबंधन की एक साझा संस्कृति है।” चुनावी रणनीति पर चर्चा करते हुए अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने अपने कार्यकाल के दौरान विकास और कल्याणकारी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने कहा, “हमारी योजनाओं का लाभ सीधे जनता तक पहुंचा है, चाहे वह उज्ज्वला योजना हो, जन धन योजना हो या प्रधानमंत्री आवास योजना। इन योजनाओं के माध्यम से हमने गरीबों और वंचितों को मुख्यधारा में शामिल किया है।”
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व देश के लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने देश को एक नई दिशा दी है। उनकी नीतियों और योजनाओं ने देश के हर वर्ग को लाभ पहुंचाया है। मोदी जी के नेतृत्व में देश ने कई क्षेत्रों में प्रगति की है, चाहे वह अंतर्राष्ट्रीय संबंध हों, सुरक्षा हो या आर्थिक विकास।” अगली सरकार की प्राथमिकताओं पर चर्चा करते हुए अमित शाह ने कहा, “अगर भाजपा सत्ता में आती है, तो हम अपने विकास के एजेंडे को जारी रखेंगे। हमारी प्राथमिकता होगी कि हर गरीब को घर मिले, हर घर में बिजली और पानी पहुंचे, और देश के सभी हिस्सों में बुनियादी ढांचा विकसित हो।
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विपक्ष के आरोपों का खंडन करते हुए अमित शाह ने कहा, “विपक्ष केवल भाजपा को बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगा रहा है। वे जानते हैं कि जनता भाजपा के साथ है और इसलिए वे झूठे प्रचार का सहारा ले रहे हैं। लेकिन जनता सच जानती है और वे हमारे काम की सराहना करते हैं।” समान नागरिक संहिता पर अमित शाह ने कहा, “हम समान नागरिक संहिता को लागू करना चाहते हैं ताकि सभी नागरिकों को समान अधिकार और कर्तव्य मिल सकें। यह देश की एकता और अखंडता के लिए आवश्यक है।”
सीएए पर स्पष्टीकरण देते हुए अमित शाह ने कहा, “नागरिकता संशोधन अधिनियम किसी भी भारतीय नागरिक के खिलाफ नहीं है। यह उन लोगों के लिए है जो धार्मिक उत्पीड़न के कारण अपने देश छोड़कर भारत आए हैं। हमने यह अधिनियम मानवीय आधार पर बनाया है और इसे लेकर किसी को भी चिंता नहीं करनी चाहिए।” भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करते हुए अमित शाह ने कहा, “हमारी सरकार का लक्ष्य है कि भारत को 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाया जाए। इसके लिए हम विभिन्न क्षेत्रों में सुधार और विकास करेंगे, ताकि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सके।