ExclusiveGlobalTop Story

हेलीकॉप्टर क्रैश में रईसी और ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुलहियान की दुर्घटानग्रस्त मौत

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु होने की खबर सामने आई है। यह हादसा रविवार को तब हुआ जब इब्राहिम रईसी और कई अन्य ईरानी अधिकारी एक ग्रामीण इलाके में जा रहे थे।

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु होने की खबर सामने आई है। यह हादसा रविवार को तब हुआ जब इब्राहिम रईसी और कई अन्य ईरानी अधिकारी एक ग्रामीण इलाके में जा रहे थे। दुर्घटना के कारणों में कोहरा और खराब मौसम का उल्लेख किया जा रहा है, जिसने खोज अभियान को भी मुश्किल बना दिया था। हादसे के बाद हेलीकॉप्टर का मलबा 17 घंटे की खोजबीन के बाद जला हुआ पाया गया, जिससे यह निष्कर्ष निकाला गया कि उसमें सवार किसी भी व्यक्ति के जीवित होने की उम्मीद नहीं है। यह हादसा तब हुआ जब राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उनके साथ यात्रा कर रहे कई अन्य अधिकारी एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए जा रहे थे। हेलीकॉप्टर ग्रामीण इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ और तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। ईरानी अधिकारियों ने बताया कि हेलीकॉप्टर पूरी तरह से जल चुका है और किसी भी जीवित व्यक्ति के मिलने की संभावना नहीं है।

प्रारंभिक जांच के अनुसार, दुर्घटना का मुख्य कारण खराब मौसम और घना कोहरा बताया जा रहा है। हेलीकॉप्टर के पायलट ने आखिरी समय में नियंत्रण खो दिया, जिससे यह हादसा हुआ। खोज अभियान के दौरान मौसम की खराब स्थिति ने रेस्क्यू ऑपरेशन को काफी कठिन बना दिया। इब्राहिम रईसी का राजनीतिक करियर काफी विवादित और अति-रूढ़िवादी रहा है। उन्हें तेहरान का कसाई कहा जाता था और उन पर अत्याचार के कई आरोप लगे हैं। रईसी ने न्यायपालिका में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कई कठोर फैसले लिए। उनका नाम विशेष रूप से 1988 में हुए बड़े पैमाने पर राजनीतिक बंदियों की हत्या से जुड़ा है, जिसमें हजारों लोगों को मारा गया था।

ये खबर भी पढ़ें: अम्बेडकरनगर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी रितेश पाण्डेय के समर्थन में गोसाईगंज के पूर्व विधायक खब्बू तिवारी द्वारा आयोजित विजय संकल्प रैली में हैदरगंज बाजार में उमड़ा जन सैलाब।

हादसे के बाद हेलीकॉप्टर का मलबा 17 घंटे की खोजबीन के बाद जला हुआ पाया गया, जिससे यह निष्कर्ष निकाला गया कि उसमें सवार किसी भी व्यक्ति के जीवित होने की उम्मीद नहीं है।

रईसी ने अपनी कठोर नीतियों के माध्यम से एक अति-रूढ़िवादी छवि बनाई और 2021 में राष्ट्रपति बने। उनकी नीतियों को लेकर देश और विदेश में कई आलोचनाएं भी हुईं। लेकिन अपने समर्थकों के बीच वह एक मजबूत नेता के रूप में जाने जाते थे, जिन्होंने ईरान की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने के लिए काम किया। दुर्घटना के बाद ईरान में शोक का  माहौल है। राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के समर्थकों और उनके परिवार के सदस्यों ने इस हादसे पर गहरा दुःख जताया है। ईरानी मीडिया और सरकारी अधिकारियों ने इस हादसे की पुष्टि की है और राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। ईरानी सरकार ने इस हादसे की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं और यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके। ईरानी जनता ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है और कई स्थानों पर श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की गई हैं।

ये खबर भी पढ़ें: बिभव कुमार को दिल्ली पुलिस द्वारा CM House से गिरफ्तार किया गया स्वाति मालीवाल बदसलूकी केस में चल रहे थे फरार

रईसी की मौत की खबर पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया भी मिली है। कई देशों के नेताओं ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं और ईरान के साथ अपनी सहानुभूति प्रकट की है। हालांकि, कुछ देशों ने रईसी के विवादास्पद अतीत को ध्यान में रखते हुए संयमित प्रतिक्रियाएं दी हैं रईसी की मृत्यु का ईरानी राजनीति पर गहरा असर पड़ सकता है। उनके नेतृत्व में ईरान की नीति में जो सख्ती और रूढ़िवादिता थी, उसमें बदलाव की संभावना बढ़ गई है। नई सरकार के गठन और नए नेतृत्व के चयन के लिए जल्द ही चुनाव कराए जा सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button