दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल के साथ हुए बदसलूकी मामले में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली देश की राष्ट्रीय राजधानी है और यह दुनिया भर के राजनयिक समुदाय का घर भी है। ऐसे में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर इस प्रकार की शर्मनाक घटनाएं और इस पर असंवेदनशील और षड्यंत्रकारी सरकारी प्रतिक्रियाएं न केवल चिंता का विषय हैं बल्कि ये भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को भी धूमिल करती हैं। वीके सक्सेना ने अपने बयान में कहा कि स्वाति मालीवाल पर मुख्यमंत्री के आवास पर हमला हुआ, जो एक गंभीर मामला है। उन्होंने बताया कि स्वाति मालीवाल ने इस घटना को लेकर उन्हें फोन किया था और अपने दर्दनाक अनुभव को विस्तार से बताया। वीके सक्सेना के अनुसार, स्वाति ने कहा कि उनके अपने ही सहकर्मियों ने उन्हें धमकाया और शर्मिंदा किया। साथ ही, उन्होंने सबूतों के साथ छेड़छाड़ और उनके खिलाफ जबरदस्ती की घटनाओं पर भी चिंता व्यक्त की।
उपराज्यपाल ने कहा कि अगर देश में किसी अन्य मुख्यमंत्री के निवास पर ऐसी घटना घटती तो विदेशी ताकतें भारत में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया देने लगतीं। इस मामले में किसी भी तरह के आक्रोश की अनुपस्थिति ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और इस मामले को इसके तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाया जाएगा। वीके सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल की गहरी चुप्पी महिलाओं की सुरक्षा पर उनके रुख को स्पष्ट करती है। वीके सक्सेना ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री कम से कम शिष्टाचार के लिए अपनी बात रखेंगे, न कि टालमटोल और संदिग्ध बने रहेंगे।
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स्वाति मालीवाल के प्रति अपने विचार रखते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि स्वाति मालीवाल अक्सर उनके और उनके कार्यालय के प्रति मुखर, शत्रुतापूर्ण और स्पष्ट रूप से पक्षपातपूर्ण रही हैं। हालांकि, अगर उनके साथ कोई शारीरिक हिंसा और उत्पीड़न हुआ है, तो यह अस्वीकार्य है। उन्होंने यह भी कहा कि यह और भी चिंताजनक है कि स्वाति मालीवाल के साथ बदसलूकी मुख्यमंत्री के ड्राइंग रूम में हुई, जबकि मुख्यमंत्री स्वयं घर में मौजूद थे। इस घटना पर आम आदमी पार्टी की भी प्रतिक्रिया आई है। पार्टी ने एलजी वीके सक्सेना के बयान को भाजपा की साजिश बताया। पार्टी ने कहा कि एलजी के बयान से साबित होता है कि स्वाति मालीवाल भाजपा के लिए काम कर रही हैं। उन्होंने भाजपा पर चुनाव के दौरान नई साजिशें रचने का आरोप लगाया। पार्टी का कहना है कि भाजपा हर दिन एक नई साजिश रच रही है, कभी शराब घोटाला, कभी स्वाति मालीवाल, और कभी विदेशी फंडिंग के झूठे आरोप। AAP का कहना है कि भाजपा चुनाव के दौरान नए-नए हथकंडे अपना रही है और हार के डर से इस तरह की साजिशें रच रही है। पार्टी ने कहा कि मोदी जी का डूबता जहाज स्वाति मालीवाल का सहारा ले रहा है।
वीके सक्सेना ने अपने बयान में यह भी कहा कि स्वाति मालीवाल ने अपने साथी राज्यसभा सांसद से मीडिया के सामने स्वीकार किया कि उनके साथ बदसलूकी हुई थी। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री के सहयोगी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया था। लेकिन, बाद में मामले में यू-टर्न ले लिया गया। उपराज्यपाल ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि यह सब सर्वोच्च पद पर बैठे पदाधिकारी के इशारे पर किया गया होगा, जो समझ से परे और हैरान करने वाला है। मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है और उपराज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि इस मामले को इसके तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की घटनाएं और सरकारी प्रतिक्रियाएं न केवल भारत की छवि को धूमिल करती हैं बल्कि देश में महिला सुरक्षा पर भी सवाल खड़े करती हैं।
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इस पूरे घटनाक्रम ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। यह मामला न केवल महिला सुरक्षा के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करता है बल्कि राजनीतिक समीकरणों को भी उजागर करता है। अब देखना होगा कि दिल्ली पुलिस की जांच क्या निष्कर्ष पर पहुंचती है और इस मामले में आगे क्या कार्रवाई की जाती है।