दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कन्हैया कुमार के समर्थन में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार मनोज तिवारी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने मनोज तिवारी का नाम लिए बिना कहा, “रिंकिया के पापा को हराना है,” जिससे चुनावी माहौल गर्म हो गया। केजरीवाल के इस बयान पर मनोज तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी और दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग और भी तेज हो गयी अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार के समर्थन में आयोजित जनसभा में मनोज तिवारी पर निशाना साधा। उन्होंने सीधे तिवारी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके मशहूर गाने “रिंकिया के पापा” का हवाला देकर कहा कि जनता को रिंकिया के पापा को हराना है।
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इस बयान के बाद मनोज तिवारी ने पलटवार करते हुए केजरीवाल पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल मानसिक रूप से दिवालिया हो चुके हैं और चारित्रिक रूप से भी दिवालिया हो चुके हैं।” तिवारी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल महिलाओं का अपमान करते हैं और महिलाओं की पिटाई करवाते हैं। उन्होंने कहा, “मैं पीटने वाली महिला के हक में नहीं हूं, मैं मारने वाले के हक में हूं। केजरीवाल देश के टुकड़े-टुकड़े करने वाले के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं।” मनोज तिवारी ने कहा केजरीवाल का यह बयान खतरनाक है और कहा रिंकिया के पापा का मतलब बेटी का पिता है, ऐसा लगता है केजरीवाल बेटी के पिता को जीतते हुए नहीं देख सकते।” तिवारी ने यह भी कहा कि केजरीवाल का बयान एक बेटी को मारने का संदर्भ देता है और अब वह कहते हैं कि एक बेटी के पिता को हराना है। उन्होंने जोर देकर कहा, “हम चाहते हैं कि रिंकिया के पापा जीतें।”
मनोज तिवारी ने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पन्नू से देश के टुकड़े-टुकड़े करने की डील की है। तिवारी ने केजरीवाल को शातिर अपराधी बताते हुए कहा कि अगर जेल में केजरीवाल की इंसुलिन रोक दी जाती है, तो इसका मतलब है कि उनके अपने मंत्री आतिशी और सौरभ साजिश कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि जेल तो दिल्ली सरकार के अधीन आती है, तो कहीं ये उनके मंत्रियों की साजिश तो नहीं? कन्हैया कुमार ने मनोज तिवारी के खिलाफ बोलते हुए कहा कि यह चुनाव एक दिलचस्प मुकाबला नहीं है, बल्कि अन्याय और न्याय की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि लोग हमारे न्याय पत्र को स्वीकार कर रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर तंज कसते हुए कन्हैया ने कहा कि अगर बीजेपी पहले ही 300 सीटें जीत चुकी है, तो चुनाव से पहले परिणाम कैसे पता चल गया? अगर वे जीत रहे हैं, तो हमारे ऊपर हमले क्यों कर रहे हैं और विपक्षी नेताओं को क्यों खरीद रहे हैं?
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दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होना है। चुनाव प्रचार अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है और राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। केजरीवाल और तिवारी के बीच जुबानी जंग से दिल्ली का चुनावी माहौल और भी गर्म हो गया है। जनता के बीच इस मुद्दे पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग केजरीवाल के बयान को सही ठहरा रहे हैं, तो कुछ तिवारी के पक्ष में खड़े हैं। जनता का कहना है कि चुनावी माहौल में इस तरह के बयानों से नेताओं की असली मानसिकता सामने आती है।