भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने जानकारी दी है कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात तूफान के 25 मई की शाम तक टकराने की संभावना है। इस चक्रवात के कारण 25 मई को हवा की गति 102 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुँच सकती है। आईएमडी ने मछुआरों को 24 मई तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी में, 26 मई तक मध्य बंगाल की खाड़ी में और 24 मई से 27 मई की सुबह तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाने की सलाह दी है। इसके साथ ही, 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। भारत के पूर्वोत्तर और दक्षिणी हिस्सों में इस समय प्रचंड गर्मी का कहर जारी है। कई शहरों में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के पार पहुँच चुका है। दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में पिछले दो हफ्ते से भीषण गर्मी का प्रकोप देखा जा रहा है। इस प्रचंड गर्मी के बीच बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र और तेज होने की संभावना है, जिससे चक्रवात तूफान की उम्मीद जताई जा रही है।
आईएमडी के अनुसार, इस साल जून से सितंबर के बीच भारत में सामान्य मानसून रहने की संभावना है। देश में 868.6 मिमी की लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 102 प्रतिशत बारिश होने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार, जून से सितंबर तक मध्य और पश्चिमी भागों में सामान्य से अधिक बारिश होगी। उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में सामान्य बारिश होगी, जबकि उत्तर-पूर्व और पूर्वी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है। इस मानसून के बारे में आईएमडी ने जानकारी दी है कि जून और सितंबर के बीच पश्चिमी और मध्य भारत में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। उत्तरी और दक्षिणी भारत में सामान्य बारिश होगी, लेकिन पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है। इस बारिश के पूर्वानुमान के साथ, कृषि और जल प्रबंधन के क्षेत्र में आवश्यक तैयारी करने की सलाह दी गई है।
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भारतीय मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में यह भी बताया है कि चक्रवात के कारण 25 मई की शाम तक बंगाल की खाड़ी से टकराने की संभावना है। रविवार को चक्रवात की वजह से 102 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। इसके चलते, आईएमडी ने मछुआरों को 24 मई तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी में, 26 मई तक मध्य बंगाल की खाड़ी में और 24 मई से 27 मई की सुबह तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाने की सलाह दी है। इस बीच, भारत के कई हिस्सों में प्रचंड गर्मी का प्रकोप जारी है। दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में पिछले दो हफ्तों से अत्यधिक गर्मी का कहर देखा जा रहा है। कई शहरों में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के पार पहुँच चुका है।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र और तेज होने की संभावना है, जिससे चक्रवात तूफान बनने की उम्मीद जताई जा रही है। इस चक्रवात की वजह से 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर में भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही, आईएमडी ने बताया है कि इस साल जून और सितंबर के बीच सामान्य मानसून रहने की उम्मीद है। देश में 868.6 मिमी की लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 102 प्रतिशत बारिश होने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार, जून से सितंबर तक मध्य और पश्चिमी भागों में सामान्य से अधिक बारिश होगी। उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में सामान्य बारिश होगी, जबकि उत्तर-पूर्व और पूर्वी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
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आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान में यह भी बताया है कि चक्रवात के कारण 25 मई की शाम तक बंगाल की खाड़ी से टकराने की संभावना है। रविवार को चक्रवात की वजह से 102 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। इसके चलते, आईएमडी ने मछुआरों को 24 मई तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी में, 26 मई तक मध्य बंगाल की खाड़ी में और 24 मई से 27 मई की सुबह तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाने की सलाह दी है। मौसम विभाग के अनुसार, 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर में भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही, इस साल जून और सितंबर के बीच सामान्य मानसून रहने की उम्मीद जताई गई है। देश में 868.6 मिमी की लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 102 प्रतिशत बारिश होने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार, जून से सितंबर तक मध्य और पश्चिमी भागों में सामान्य से अधिक बारिश होगी। उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में सामान्य बारिश होगी, जबकि उत्तर-पूर्व और पूर्वी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
इस पूर्वानुमान के अनुसार, देश के कृषि और जल प्रबंधन के क्षेत्रों में आवश्यक तैयारियां करने की सलाह दी गई है। मानसून के दौरान होने वाली बारिश से कृषि उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है, जिससे किसानों को लाभ होगा। साथ ही, जल स्रोतों की भरपूरता से पेयजल संकट का समाधान हो सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि यह तूफान 25 मई की शाम तक बंगाल की खाड़ी से टकराने की संभावना है। इस चक्रवात के कारण हवा की गति 102 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुँच सकती है। आईएमडी ने मछुआरों को 24 मई तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी में, 26 मई तक मध्य बंगाल की खाड़ी में और 24 मई से 27 मई की सुबह तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाने की सलाह दी है। इसके साथ ही, 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर में भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
इस मानसून के बारे में आईएमडी ने जानकारी दी है कि जून और सितंबर के बीच पश्चिमी और मध्य भारत में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। उत्तरी और दक्षिणी भारत में सामान्य बारिश होगी, लेकिन पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है। इस बारिश के पूर्वानुमान के साथ, कृषि और जल प्रबंधन के क्षेत्र में आवश्यक तैयारी करने की सलाह दी गई है।
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