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चर्चा का विषय बनी NDA की बैठक में कंगना रनौत और चिराग पासवन की मुलाकात।

केंद्र सरकार के सेंट्रल हॉल में आज एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई, जिसमें एनडीए के सभी दलों के शीर्ष नेता, मुख्यमंत्रियों और सांसदों ने भाग लिया। इस बैठक में विशेष रूप से एजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान और भाजपा की नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनौत के बीच हुई मुलाकात चर्चा का विषय रही।

केंद्र सरकार के सेंट्रल हॉल में आज एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई, जिसमें एनडीए के सभी दलों के शीर्ष नेता, मुख्यमंत्रियों और सांसदों ने भाग लिया। इस बैठक में विशेष रूप से एजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान और भाजपा की नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनौत के बीच हुई मुलाकात चर्चा का विषय रही। दोनों नेता एक-दूसरे से गले मिले और कुछ समय के लिए बातचीत की। लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया। हालांकि एनडीए ने कुल 293 सीटें हासिल करके बहुमत के 272 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया। इस चुनाव परिणाम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है और अब वे एक बार फिर से प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह 9 जून को शाम 6 बजे आयोजित किया जाएगा।

बैठक से पहले संसद परिसर में चिराग पासवान और कंगना रनौत की मुलाकात हुई। राजनीति में आने से पहले चिराग पासवान एक अभिनेता थे और उन्होंने कंगना रनौत के साथ फिल्म “मिले ना मिले हम” में काम किया था। इस फिल्म में दोनों की केमिस्ट्री काफी अच्छी थी। यह मुलाकात न केवल पुरानी यादों को ताजा करने का अवसर थी, बल्कि इससे राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई। कंगना रनौत ने हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से चुनाव जीता है। उनकी यह जीत भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। कंगना का राजनीति में आना और चुनाव जीतना एक महत्वपूर्ण घटना है, क्योंकि वे अपने विवादास्पद बयानों और स्पष्टवादी दृष्टिकोण के लिए जानी जाती हैं। उनकी चुनावी जीत ने हिमाचल प्रदेश में भाजपा के लिए एक नया जोश भर दिया है।

हालांकि, कंगना हाल ही में एक विवाद में भी फंस गई थीं। गुरुवार को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर उनके साथ बदसलूकी की घटना हुई। सीआईएसएफ की एक महिला सुरक्षाकर्मी, कुलविंदर कौर ने कंगना को थप्पड़ मार दिया। यह घटना एयरपोर्ट लाउंज में सुरक्षा जांच के दौरान हुई, जब कंगना और कुलविंदर कौर के बीच बहस हो गई। यह बहस कंगना द्वारा किसान आंदोलन के बारे में दिए गए बयानों को लेकर थी। इस घटना ने मीडिया और सोशल मीडिया में काफी चर्चा बटोरी। एनडीए की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलों के नेताओं से मिलकर आगामी योजनाओं और रणनीतियों पर चर्चा की। बैठक में शामिल हुए नेताओं ने आगामी सरकार की प्राथमिकताओं और नीतियों पर विचार-विमर्श किया। बैठक का मुख्य उद्देश्य आने वाले समय में एनडीए के समग्र विकास और सहयोग को सुनिश्चित करना था।

सीआईएसएफ की एक महिला सुरक्षाकर्मी, कुलविंदर कौर ने कंगना को थप्पड़ मार दिया। यह घटना एयरपोर्ट लाउंज में सुरक्षा जांच के दौरान हुई, जब कंगना और कुलविंदर कौर के बीच बहस हो गई। यह बहस कंगना द्वारा किसान आंदोलन के बारे में दिए गए बयानों को लेकर थी।

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नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए ने पिछले दस वर्षों में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। इन उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए, एनडीए की नई सरकार के सामने कई चुनौतियां भी होंगी। मोदी ने बैठक में अपने संबोधन में सभी नेताओं से अनुरोध किया कि वे एकजुट होकर देश की सेवा में जुटें और सभी दलों के बीच सहयोग और समन्वय को बढ़ावा दें। चिराग पासवान और कंगना रनौत की मुलाकात के बारे में बात करते हुए, यह उल्लेखनीय है कि दोनों नेता राजनीति में आने से पहले फिल्मी दुनिया का हिस्सा थे। चिराग पासवान ने कंगना के साथ काम करने के अनुभव को साझा किया और दोनों ने फिल्म उद्योग की पुरानी यादों को ताजा किया। इस मुलाकात से यह स्पष्ट हुआ कि राजनीति में भी व्यक्तिगत संबंध महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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बैठक के दौरान, एनडीए के नेताओं ने आगामी योजनाओं पर विचार-विमर्श किया और देश के विभिन्न हिस्सों में विकास और सुधार के लिए अपने सुझाव प्रस्तुत किए। बैठक में आर्थिक विकास, सामाजिक न्याय, और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया। सभी नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि एनडीए की नई सरकार को इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और देश के समग्र विकास के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। कुल मिलाकर, एनडीए की इस बैठक में नेताओं के बीच आपसी सहयोग और समन्वय को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए ने पिछले दो कार्यकालों में महत्वपूर्ण प्रगति की है, और अब नई सरकार से भी यही उम्मीदें हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शपथ ग्रहण समारोह को लेकर सभी दलों में उत्साह और जोश का माहौल है। इस बैठक में हुई चर्चाओं और प्रस्तुत सुझावों से स्पष्ट है कि एनडीए की नई सरकार देश के विकास और समृद्धि के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सभी दलों के नेताओं ने एकजुट होकर देश की सेवा में जुटने का संकल्प लिया है।

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