दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों को ऑनलाइन मार्कशीट डाउनलोड से मिलेगा छुटकारा, अब हाथ में मिलेगी मार्कशीट.
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने नए शैक्षणिक सत्र से अपने छात्रों को मार्कशीट की हार्ड कॉपी प्रदान करने का निर्णय लिया है। अब तक छात्रों को परीक्षा परिणामों के बाद अपनी मार्कशीट ऑनलाइन डाउनलोड करनी पड़ती थी। लेकिन, अब डीयू प्रशासन ने एक बार फिर छात्रों को मार्कशीट की हार्ड कॉपी देने का फैसला किया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने नए शैक्षणिक सत्र से अपने छात्रों को मार्कशीट की हार्ड कॉपी प्रदान करने का निर्णय लिया है। अब तक छात्रों को परीक्षा परिणामों के बाद अपनी मार्कशीट ऑनलाइन डाउनलोड करनी पड़ती थी। लेकिन, अब डीयू प्रशासन ने एक बार फिर छात्रों को मार्कशीट की हार्ड कॉपी देने का फैसला किया है। इस मार्कशीट में छात्र का फोटो भी होगा और इसके पीछे विश्वविद्यालय का कुलगीत लिखा होगा। इससे पहले, दिल्ली विश्वविद्यालय ने छात्रों को विशेष सुरक्षा फीचर के साथ डिग्री प्रदान करने की पहल की थी, जिसे नक़ल करना असंभव था। अब डीयू प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने का फैसला किया है कि छात्रों को उनकी मार्कशीट की हार्ड कॉपी दी जाए, जिसमें कुछ नई विशेषताएँ होंगी। उदाहरण के तौर पर, पहले केवल छात्र का नाम मार्कशीट पर होता था, लेकिन अब इसमें छात्र का फोटो भी शामिल होगा। इसके अतिरिक्त, मार्कशीट के पीछे डीयू का कुलगीत लिखा होगा।
डीयू के एक अधिकारी ने बताया कि 2012 तक विश्वविद्यालय अपने छात्रों को मार्कशीट की हार्ड कॉपी प्रदान करता था। उस समय, व्यवस्था को डिजिटल बनाने और कागज की बचत करने के उद्देश्य से इसे ऑनलाइन कर दिया गया था। हालांकि, अब एक बार फिर पुरानी व्यवस्था को नए तरीके से शुरू किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग के ओएसडी प्रो. अजय अरोड़ा ने कहा कि डिग्री की तरह मार्कशीट में सुरक्षा फीचर नहीं जोड़े जा रहे हैं, लेकिन इसे तैयार करने में उच्च गुणवत्ता वाले कागज का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छात्र लगातार हार्ड कॉपी की मांग कर रहे थे क्योंकि कई बार ऑनलाइन मार्कशीट डाउनलोड करने में समस्याएं आती थीं।
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प्रो. अजय अरोड़ा ने यह भी कहा कि कई बार सर्वर ठप होने की वजह से छात्रों को मार्कशीट डाउनलोड करने में दिक्कतें आती थीं। इसके अलावा, कई जगहों पर ऑनलाइन मार्कशीट को मान्यता देने में भी समस्याएं होती थीं। छात्रों की इन परेशानियों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने हार्ड कॉपी प्रदान करने का निर्णय लिया है। प्रारंभ में, नियमित कॉलेजों के छात्रों को यह सुविधा दी जाएगी और इसके बाद स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग के छात्रों के लिए भी इसे शुरू किया जाएगा। इसको लेकर भी काम किया जा रहा है। छात्रों ने इस निर्णय पर हर्ष व्यक्त किया है। एक छात्र शेखर ने कहा कि छात्रों की लगातार मांग थी कि उन्हें मार्कशीट की हार्ड कॉपी दी जाए। उन्होंने बताया कि सर्वर ठप होने के कारण कई बार मार्कशीट डाउनलोड नहीं हो पाती थी, और कई जगहों पर ऑनलाइन कॉपी को मान्यता देने में समस्याएं होती थीं। हार्ड कॉपी मिलने से इन सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।
डीयू प्रशासन का यह निर्णय न केवल छात्रों की समस्याओं को हल करेगा बल्कि उन्हें अपने शैक्षिक दस्तावेज़ों की सुरक्षा और विश्वसनीयता के प्रति भी आश्वस्त करेगा। इस पहल से छात्रों को मार्कशीट की हार्ड कॉपी रखने की सुविधा मिलेगी, जो कि भविष्य में उनके लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ साबित होगी। विश्वविद्यालय ने यह भी सुनिश्चित किया है कि मार्कशीट को तैयार करने में उत्तम गुणवत्ता के कागज का उपयोग किया जाएगा, जिससे यह लंबे समय तक सुरक्षित रहेगी। इससे पहले, विश्वविद्यालय ने दीक्षा समारोह में छात्रों को सुरक्षा फीचर्स के साथ डिग्री प्रदान की थी, जिसे न तो कॉपी किया जा सकता है और न ही 200 डिग्री सेल्सियस पर नष्ट किया जा सकता है।
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डीयू का यह कदम छात्रों की जरूरतों और उनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। इससे छात्रों को न केवल अपने शैक्षिक दस्तावेज़ों की एक प्रमाणिक प्रति मिलेगी, बल्कि वे इसे बिना किसी कठिनाई के विभिन्न स्थानों पर प्रस्तुत कर सकेंगे। इस नई व्यवस्था से छात्रों को मार्कशीट की हार्ड कॉपी मिलने के बाद उनके शैक्षिक और व्यावसायिक जीवन में सुविधा और सुरक्षा का एक नया अध्याय शुरू होगा।