पिछले कुछ दिनों से नीट परीक्षा के पेपर लीक मुद्दे ने देशभर में राजनीतिक हलचल मचा रखी है। विपक्ष और सरकार दोनों के बीच इस मुद्दे पर टकराव बढ़ गया है। लोकसभा में हुए इस मुद्दे पर चर्चा ने संसद की गलियारों में उम्मीद और उथल-पुथल भर दी है। राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी के नेता और विपक्षी दलों के फ्लोर लीडर, ने लोकसभा में NEET परीक्षा के पेपर लीक के मामले पर गंभीरता से चर्चा करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस मामले में लाखों छात्रों का भविष्य खतरे में है और सरकार को इस पर स्पष्ट रूप से जवाब देना चाहिए। संसद में इस मुद्दे पर हुई बहस के बीच, राहुल गांधी ने NEET पर केंद्र सरकार की निष्क्रियता पर भी तीखी टिप्पणियां की।
संसदीय कार्यवाही के दौरान, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने NEET परीक्षा के मुद्दे को लेकर सरकारी निष्क्रियता को घेरने का प्रयास किया। राहुल गांधी ने स्पीकर से दो मिनट का समय मांगा, जिस पर स्पीकर ने उन्हें अनुमति दी और उन्हें बोलने का मौका दिया। इसके बाद एक बार फिर बहस उफान पर आई और सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
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कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने इस मुद्दे पर भी आलोचना की, कहा कि NEET परीक्षा में पेपर लीक होना एक गंभीर मामला है और सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने संसद में हंगामे के बाद कहा कि राहुल गांधी का माइक बंद करना एक नकारात्मक कदम है, जिससे युवाओं की आवाज को दबाया जा रहा है। सरकारी सूत्रों ने इस बारे में कहा कि सरकार NEET परीक्षा के मुद्दे पर सचेत है और इस पर उचित तरीके से कार्रवाई करेगी। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को संसद में जवाब देने की तैयारी है, अगर विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान उसे उठाता है।
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राहुल गांधी ने संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि NEET परीक्षा के मुद्दे पर सचेत होना जरूरी है और इस पर सही तरीके से चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री से भी आग्रह किया कि वह इस मुद्दे पर चर्चा में शामिल हों, क्योंकि यह युवाओं का मामला है। सरकार और विपक्ष के बीच NEET पेपर लीक मुद्दे पर हो रही तनावपूर्ण चर्चा के बीच, संसद में उचित दिशा में चर्चा होनी चाहिए। युवाओं के भविष्य को लेकर यह मुद्दा बहुत महत्वपूर्ण है और इसे सभी पक्षों को मिलकर हल करना होगा।