अखिलेश ने कहा, ‘यूपी में 80 सीटें भी जीत लूं, तो भी EVM पर भरोसा नहीं करूंगा’; केंद्र सरकार पर साधा निशाना
18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र के सातवें दिन, मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने सदन में जोरदार हमला बोलते हुए अपनी बात रखी। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर विभिन्न मुद्दों को लेकर तीखा प्रहार किया, जिनमें पेपर लीक का मुद्दा, अयोध्या, जाति जनगणना, एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य), ओपीएस (पुरानी पेंशन योजना), और अग्निवीर योजना शामिल थे।
18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र के सातवें दिन, मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने सदन में जोरदार हमला बोलते हुए अपनी बात रखी। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर विभिन्न मुद्दों को लेकर तीखा प्रहार किया, जिनमें पेपर लीक का मुद्दा, अयोध्या, जाति जनगणना, एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य), ओपीएस (पुरानी पेंशन योजना), और अग्निवीर योजना शामिल थे। अखिलेश यादव ने यूपी (उत्तर प्रदेश) का जिक्र करते हुए कहा कि “जुमला बनाने वालों से जनता का विश्वास उठ गया है।” उन्होंने पेपर लीक के मुद्दे को लेकर सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में परीक्षा माफिया का जन्म हुआ है और सरकार इसे रोकने में पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने आगे कहा कि “जो खुद को लाने का दावा करते थे, वे अब खुद लाचार हैं।”
लोकसभा में पेपर लीक मुद्दे पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “पेपर लीक क्यों हो रहे हैं? सच तो यह है कि सरकार ऐसा इसलिए कर रही है ताकि उसे युवाओं को नौकरी न देनी पड़े।” उन्होंने यह भी कहा कि “ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर मुझे कल भी भरोसा नहीं था, आज भी नहीं है भरोसा, मैं 80/80 सीटें जीत जाऊं तब भी नहीं भरोसा।” यह बयान दर्शाता है कि अखिलेश यादव का ईवीएम पर अविश्वास अभी भी बरकरार है अखिलेश यादव ने कहा कि यहां हारी हुई सरकार विराजमान है। उन्होंने भविष्यवाणी की कि यह सरकार चलने वाली नहीं, बल्कि गिरने वाली है। “आवाम ने हुकूमत का गुरूर तोड़ा है और जनता कह रही है कि सरकार गिरने वाली है,” उन्होंने जोर देकर कहा। अखिलेश ने संविधान रक्षकों की जीत का भी उल्लेख किया, जिससे पता चलता है कि वे संविधान की सुरक्षा और उसकी मर्यादा बनाए रखने के प्रति सजग हैं।
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पेपर लीक को लेकर अखिलेश यादव ने सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में हर परीक्षा का पेपर लीक हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार युवाओं को नौकरी नहीं देना चाहती और शिक्षा माफिया का जन्म बीजेपी की एक उपलब्धि है। “शिक्षा माफिया का जन्म इनकी उपलब्धि है,” उन्होंने दोहराया। अखिलेश यादव ने सदन में कई मुद्दों पर बीजेपी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि “यह सरकार जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है और अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए मुद्दों को बदल रही है।” उन्होंने आगे कहा कि “यह सरकार सिर्फ जुमलों और वादों की सरकार है, हकीकत से इसका कोई लेना-देना नहीं है।
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अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि “अयोध्या के मुद्दे पर सरकार जनता को गुमराह कर रही है। जाति जनगणना के मुद्दे पर भी सरकार का रुख स्पष्ट नहीं है।” उन्होंने एमएसपी और ओपीएस के मुद्दों पर भी सरकार की नीतियों को कठघरे में खड़ा किया। “अग्निवीर योजना” को लेकर उन्होंने कहा कि यह योजना युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। अखिलेश यादव के इस भाषण ने सदन में हलचल मचा दी और उन्होंने बीजेपी सरकार की नीतियों और कार्यों की सख्त आलोचना की। उनकी इस बयानबाजी ने स्पष्ट किया कि वे सरकार की विफलताओं को जनता के सामने लाने के लिए तत्पर हैं और संसद में अपनी आवाज बुलंद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।