प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मानसून सत्र की शुरुआत पर मीडिया को संबोधित किया, सावन के पहले सोमवार की शुभकामनाये भी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मानसून सत्र की शुरुआत के अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज सावन का पहला सोमवार है और इस पावन दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है। उन्होंने देशवासियों को सावन के पहले सोमवार की शुभकामनाएं दीं और कहा कि पूरे देश की नजरें इस सत्र पर टिकी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मानसून सत्र की शुरुआत के अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज सावन का पहला सोमवार है और इस पावन दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है। उन्होंने देशवासियों को सावन के पहले सोमवार की शुभकामनाएं दीं और कहा कि पूरे देश की नजरें इस सत्र पर टिकी हैं। प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त की कि यह सत्र सकारात्मक, सृजनात्मक और देशवासियों के सपनों को साकार करने के लिए एक मजबूत नींव रखने वाला होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के लोकतंत्र की गौरव यात्रा में यह सत्र एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से और सरकार के सभी सदस्यों के लिए इसे गर्व का विषय बताया कि करीब 60 साल बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आई है और तीसरी पारी का पहला बजट पेश कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बजट अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है और अगले पांच वर्षों की दिशा तय करेगा। यह बजट 2047 तक के विकसित भारत के सपने को मजबूत करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज गति से आगे बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में लगातार 8 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ भारत ने आगे बढ़ते हुए सकारात्मकता और निवेश में वृद्धि देखी है। यह अपने आप में भारत की विकास यात्रा का एक अहम पड़ाव है और हर देशवासी के लिए गर्व की बात है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सभी सांसदों से अनुरोध किया कि वे पार्टी लाइन से ऊपर उठकर देश के लिए खुद को समर्पित करें। उन्होंने कहा कि जनवरी से अब तक का संघर्ष खत्म हो चुका है और जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। उन्होंने कहा कि सभी दलों को अगले 4.5 साल तक संसद के गरिमामय मंच का उपयोग करना चाहिए और किसानों, युवाओं और देश के सशक्तिकरण के लिए अपनी भागीदारी निभानी चाहिए। जनवरी 2029 के चुनावी साल में आप कोई भी खेल खेल लें, लेकिन तब तक हमें देश की प्रगति के लिए काम करना चाहिए।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देशवासियों ने हमें यहां देश के लिए भेजा है, दल के लिए नहीं। यह सदन देश के लिए है और हमें विश्वास है कि सभी सांसद पूरी तैयारी के साथ चर्चा को समृद्ध करेंगे। उन्होंने कहा कि देश को नकारात्मकता की जरूरत नहीं है बल्कि प्रगति की विचारधारा से आगे बढ़ाने की जरूरत है। हम लोकतंत्र के इस मंदिर से भारत की सामान्य मानविकी की आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन देशवासियों और सांसदों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश था। उन्होंने संसद के मानसून सत्र की अहमियत पर जोर दिया और इसे देश की प्रगति और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव बताया।
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हम लोकतंत्र के इस मंदिर से भारत की सामान्य मानविकी की आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन देशवासियों और सांसदों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश था। उन्होंने संसद के मानसून सत्र की अहमियत पर जोर दिया और इसे देश की प्रगति और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव बताया। प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों से सकारात्मक और सृजनात्मक दृष्टिकोण अपनाने की अपील की और देशवासियों को सावन के पहले सोमवार की शुभकामनाएं दीं।