गोंडा, उत्तर प्रदेश: बीजेपी के सभासद (नगर निगम के सदस्य) के खिलाफ चल रहे एक आपराधिक मामले ने एक नया मोड़ ले लिया जब पुलिस ने उन्हें एनकाउंटर के दौरान गिरफ्तार कर लिया। यह घटना गोंडा जिले में हुई, जहां सभासद के पैर में गोली लगी और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के अनुसार, यह एनकाउंटर एक सपा कार्यकर्ता की हत्या के मामले में हुआ, जिसमें सभासद फरार चल रहे थे। गोंडा जिले में बीजेपी के सभासद का नाम पहले से ही कई आपराधिक मामलों में शामिल था। हाल ही में सपा कार्यकर्ता की हत्या के बाद से पुलिस उनके पीछे पड़ी हुई थी। सभासद पर आरोप था कि उन्होंने सपा कार्यकर्ता की हत्या को अंजाम दिया था और तभी से फरार थे। पुलिस ने उनके खिलाफ एक व्यापक जांच शुरू की थी और उन्हें पकड़ने के लिए कई प्रयास किए थे।
गोंडा पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एनकाउंटर का आयोजन किया। पुलिस को सूचना मिली थी कि सभासद एक गांव में छिपे हुए हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और उस स्थान पर धावा बोला जहां सभासद छिपे हुए थे। पुलिस के अनुसार, सभासद ने पुलिस पर गोलीबारी की कोशिश की, जिसके जवाब में पुलिस ने फायरिंग की। इस फायरिंग में सभासद के पैर में गोली लगी और उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। गोंडा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस एनकाउंटर के बारे में मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सभासद को गिरफ्तार करने में पुलिस को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन अंततः उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि सभासद पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और यह एनकाउंटर उसी कड़ी का एक हिस्सा था।
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एनकाउंटर के बाद सभासद को तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी स्थिति स्थिर है और पैर में लगी गोली के कारण उन्हें कुछ समय तक अस्पताल में रहना पड़ेगा। पुलिस ने अस्पताल में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है ताकि सभासद फिर से फरार न हो सके। इस घटना ने गोंडा जिले में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। बीजेपी और सपा के नेताओं ने इस एनकाउंटर पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। बीजेपी के नेताओं ने पुलिस की कार्रवाई का समर्थन किया है और कहा है कि कानून के खिलाफ जाने वाले किसी भी व्यक्ति को सजा मिलनी चाहिए। वहीं, सपा के नेताओं ने इस एनकाउंटर को राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया है और इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की है।
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गोंडा पुलिस ने बताया कि एनकाउंटर के बाद सभासद को न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा और उनके खिलाफ मामले की सुनवाई तेजी से की जाएगी। पुलिस ने यह भी बताया कि सभासद के खिलाफ अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है और उन्हें जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा।