मोदी सरकार की ‘पूर्वोदय योजना’ से पांच राज्यों को मिलेगा ‘उदय’ का अवसर…
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में बजट के दौरान कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं। इस बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष रूप से लाभान्वित किया गया है, जहां केंद्र सरकार ने विभिन्न योजनाओं का ऐलान किया है। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना 'पूर्वोदय' योजना है, जिसे देश के पूर्वी हिस्से के विकास के लिए तैयार किया गया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में बजट के दौरान कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं। इस बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष रूप से लाभान्वित किया गया है, जहां केंद्र सरकार ने विभिन्न योजनाओं का ऐलान किया है। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना ‘पूर्वोदय’ योजना है, जिसे देश के पूर्वी हिस्से के विकास के लिए तैयार किया गया है। इस योजना का लाभ बिहार, आंध्र प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे पांच राज्यों को मिलेगा। वित्त मंत्री ने इस योजना के माध्यम से इन राज्यों में चहुंमुखी विकास की संभावना जताई है। पूर्वोदय योजना का उद्देश्य देश के पूर्वी हिस्से के राज्यों को विकास की मुख्य धारा में शामिल करना है। इन राज्यों में प्राकृतिक संपदाएँ प्रचुर मात्रा में हैं और इनकी सांस्कृतिक परंपराएं भी बहुत समृद्ध हैं। इस योजना के माध्यम से इन राज्यों में मानव संसाधन विकास, अवसंरचना का विस्तार और आर्थिक अवसरों का सृजन किया जाएगा। यह योजना देश के पूर्वी भाग को विकसित भारत के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
वित्त मंत्री ने कहा कि पूर्वोदय योजना से बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश को विशेष लाभ होगा। इन राज्यों में व्यापक स्तर पर विकास कार्य किए जाएंगे, जिसमें बुनियादी ढांचे का विस्तार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना शामिल है। बजट में बिहार के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की गई हैं। बिहार में विकास परियोजनाओं के लिए 59,409 करोड़ रुपये की योजना बनाई गई है। इसमें 26,000 करोड़ रुपये सड़क और पुल परियोजनाओं के लिए निर्धारित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, बिहार में बिजली संयंत्र की स्थापना के लिए 21,400 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे। इन परियोजनाओं से राज्य में बिजली की समस्या का समाधान होगा और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
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वित्त मंत्री ने बिहार में नए हवाई अड्डों, मेडिकल कॉलेजों और बाढ़ परियोजनाओं के लिए भी धनराशि आवंटित की है। इससे राज्य में बुनियादी ढांचे का विकास होगा और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ मिलेंगी। साथ ही, नए हवाई अड्डों के निर्माण से राज्य में परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा, जिससे व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। आंध्र प्रदेश को भी इस बजट में विशेष ध्यान दिया गया है। वित्त मंत्री ने आंध्र प्रदेश की राजधानी के विकास के लिए विशेष वित्तीय सहायता के रूप में 15,000 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। इसके अलावा, पोलावरम प्रोजेक्ट के लिए भी वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जो राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है।
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पोलावरम प्रोजेक्ट के तहत बांध और जलाशय का निर्माण किया जाएगा, जिससे राज्य में जल संसाधनों का सही उपयोग हो सकेगा और कृषि एवं उद्योगों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा, आंध्र प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवहन सुविधाओं के विकास के लिए भी बजट में महत्वपूर्ण प्रावधान किए गए हैं। पूर्वोदय योजना का लाभ झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा को भी मिलेगा। इन राज्यों में अवसंरचना विकास के साथ-साथ मानव संसाधन विकास पर भी जोर दिया जाएगा। झारखंड में खनिज संसाधनों का सही उपयोग करके राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया जाएगा। पश्चिम बंगाल में उद्योगों के विकास और रोजगार सृजन पर ध्यान दिया जाएगा। ओडिशा में पर्यटन और कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाएंगी।
पूर्वोदय योजना के माध्यम से इन पांच राज्यों में चहुंमुखी विकास की उम्मीद है। यह योजना न केवल बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करेगी, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन और आर्थिक अवसरों के सृजन पर भी जोर देगी। इससे इन राज्यों में समृद्धि और खुशहाली का मार्ग प्रशस्त होगा। इस प्रकार, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की पूर्वोदय योजना देश के पूर्वी हिस्से के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। यह योजना इन पांच राज्यों को विकास की मुख्य धारा में शामिल करने और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।