अग्निपथ योजना के पीछे मोदी सरकार का मकसद, Kargil Vijay Diwas पर प्रधानमंत्री ने विपक्ष को दिया जवाब
नई दिल्ली: कारगिल विजय दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए अग्निपथ योजना के मकसद को स्पष्ट किया। यह योजना भारतीय सशस्त्र बलों में एक बड़ी क्रांति के रूप में देखी जा रही है। अग्निपथ योजना का उद्देश्य भारतीय सेना को अधिक युवा, चुस्त और टेक्नोलॉजी-सक्षम बनाना है।
नई दिल्ली: कारगिल विजय दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए अग्निपथ योजना के मकसद को स्पष्ट किया। यह योजना भारतीय सशस्त्र बलों में एक बड़ी क्रांति के रूप में देखी जा रही है। अग्निपथ योजना का उद्देश्य भारतीय सेना को अधिक युवा, चुस्त और टेक्नोलॉजी-सक्षम बनाना है। इस योजना के माध्यम से चार साल की अवधि के लिए युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा, जिसे ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा कि अग्निपथ योजना का मुख्य उद्देश्य भारतीय सेना की औसत आयु को कम करना और युवाओं को राष्ट्र सेवा का अवसर प्रदान करना है। वर्तमान में भारतीय सेना की औसत आयु 32 वर्ष है, जिसे इस योजना के माध्यम से 26 वर्ष तक लाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि योजना के तहत चुने गए अग्निवीरों को आधुनिक युद्ध कौशल और तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें।
1. चार साल की सेवा: अग्निवीरों को चार साल की अवधि के लिए सेना में सेवा करने का अवसर मिलेगा।
2. आर्थिक लाभ: चार साल की सेवा के बाद, प्रत्येक अग्निवीर को 11.71 लाख रुपये का सेवा निधि पैकेज मिलेगा।
3. सामाजिक सुरक्षा: अग्निवीरों को पेंशन और ग्रेच्युटी की सुविधा नहीं मिलेगी, लेकिन उन्हें सेवा निधि के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
4. कौशल विकास: अग्निवीरों को आधुनिक प्रशिक्षण और कौशल विकास के अवसर प्रदान किए जाएंगे, जिससे वे सेवा समाप्ति के बाद नागरिक जीवन में भी सफल हो सकें।
5. नागरिक अवसर: सेवा समाप्ति के बाद, अग्निवीरों को विभिन्न सरकारी और निजी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी।
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विपक्ष ने इस योजना को लेकर कई सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि यह योजना युवाओं के भविष्य को अनिश्चित बनाती है और उनके लिए स्थायी करियर के अवसरों को कम करती है। विपक्ष के नेताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि सरकार ने बिना पर्याप्त विचार-विमर्श के इस योजना को लागू किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि अग्निपथ योजना एक दूरदर्शी कदम है जो सेना और देश दोनों के लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा, “यह योजना हमारे युवाओं को अनुशासन, नेतृत्व और आधुनिक युद्ध कौशल सिखाने के साथ-साथ उन्हें एक बेहतर नागरिक बनने में भी मदद करेगी।” प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार ने योजना को लागू करने से पहले विभिन्न विशेषज्ञों और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया है।
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प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में यह भी कहा कि कई देशों में इसी तरह की योजनाएं सफलतापूर्वक लागू की गई हैं। अमेरिका, इजराइल और फ्रांस जैसे देशों में अल्पकालिक सेवा योजनाओं के माध्यम से सेना को युवा और तकनीकी रूप से सक्षम बनाए रखा गया है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना से भारतीय सेना को भी इसी तरह के लाभ मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि युवाओं में इस योजना को लेकर काफी उत्साह है। पहले ही चरण में लाखों युवाओं ने अग्निवीर बनने के लिए आवेदन किया है। उन्होंने कहा कि यह उत्साह दिखाता है कि युवा राष्ट्र सेवा के इस अवसर को एक सुनहरे भविष्य के रूप में देख रहे हैं।
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