भारत की प्रमुख रेसलर विनेश फोगाट, जो पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के फ्रीस्टाइल 50 किलोग्राम वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही थीं, एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना का शिकार हो गईं। सेमीफाइनल में क्यूबा की युस्नेलिस गुजमैन लोपेज को 5-0 से हराने के बाद, विनेश फाइनल मुकाबले के लिए पूरी तरह तैयार थीं, जहां उनका सामना अमेरिका की सारा एन हिल्डेब्रांट से होना था। लेकिन फाइनल से पहले ही उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। विनेश का वजन फाइनल मुकाबले से पहले 50 किलोग्राम से 100 ग्राम अधिक पाया गया, जो कि अंतरराष्ट्रीय कुश्ती के नियमों के अनुसार एक गंभीर उल्लंघन है। भारतीय दल ने ओलंपिक अधिकारियों से विनेश को वजन कम करने के लिए थोड़ा अतिरिक्त समय देने का अनुरोध किया, लेकिन इसे खारिज कर दिया गया। इसके परिणामस्वरूप, विनेश को फाइनल मुकाबले से पहले ही डिस्क्वालिफाई कर दिया गया।
इस निर्णय पर विनेश फोगाट के ससुर राजपाल राठी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “साजिश की बात से इनकार नहीं कर सकता। सिर्फ 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण उसे डिस्क्वालिफाई किया गया है। बालों में ही 300 ग्राम का वजन होता है। अगर इतना ही था तो बाल कटवा देते।” राजपाल राठी ने संकेत दिए कि उन्हें इस फैसले के पीछे कुछ साजिश नजर आ रही है। विनेश फोगाट ने इस ओलंपिक में अब तक के सफर में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में वर्ल्ड नंबर 1 और टोक्यो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता जापान की युई सुसाकी को हराकर क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। इसके बाद, उन्होंने यूक्रेन की ओक्साना लिवाच को हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा से बात की और विनेश के मामले में उपलब्ध विकल्पों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा हैं। आज का झटका दुख देता है। काश शब्द उस निराशा की भावना को व्यक्त कर पाते जो मैं अनुभव कर रहा हूं। साथ ही, मैं जानता हूं कि आप दृढ़ता का प्रतीक हैं। चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है। मजबूत होकर वापस लौटो! हम सब आपके साथ हैं।”
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इस घटना के बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने भी एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा, “पेरिस ओलंपिक से इंडियन कंटिंजेंट बहुत खेद के साथ यह साझा करता है कि महिला कुश्ती के 50 किग्रा भार वर्ग से विनेश फोगाट को अयोग्यता घोषित कर दिया गया है। रात भर हमारी कुश्ती टीम के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, आज सुबह विनेश का वजन 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम अधिक पाया गया। इस समय इंडियन कंटिंजेंट द्वारा कोई और टिप्पणी नहीं की जाएगी।”
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खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में इस मामले पर बयान देने की घोषणा की है। इस घटना ने भारत में खेल प्रेमियों के बीच गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है और इस बात पर बहस छिड़ गई है कि क्या विनेश के साथ न्याय हुआ है या नहीं। इस घटना ने न केवल विनेश फोगाट के ओलंपिक सपनों को चूर-चूर कर दिया, बल्कि भारत के लिए एक बड़े पदक की उम्मीदों को भी धूमिल कर दिया।