भारत में शेख हसीना का दीर्घकालिक प्रवास, बांग्लादेश की राजनीतिक अनिश्चितता और संभावित विकल्प.
बांग्लादेश में मौजूदा राजनीतिक स्थिति ने एक नए मोड़ पर कदम रखा है, जहां देश के प्रख्यात अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस की अगुवाई में अंतरिम सरकार का गठन हुआ है।
बांग्लादेश में मौजूदा राजनीतिक स्थिति ने एक नए मोड़ पर कदम रखा है, जहां देश के प्रख्यात अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस की अगुवाई में अंतरिम सरकार का गठन हुआ है। इस सरकार के अस्तित्व में आने के बाद से देश में हिंसा की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी देखी गई है। इन हालातों के बीच, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत में आने की खबरें भी सामने आई हैं। हसीना और उनकी बहन शेख रेहाना ने देश छोड़ दिया और अब वह भारत में रह रही हैं।
शेख हसीना का भारत में दीर्घकालिक प्रवास
सूत्रों के मुताबिक, शेख हसीना के भारत में रहने की अवधि संभावित रूप से लंबी हो सकती है। शुरुआत में ऐसी अटकलें थीं कि वह कुछ समय बाद भारत से किसी अन्य देश में चली जाएंगी। लेकिन अब यह साफ हो चुका है कि हसीना को भारत में अपेक्षाकृत लंबे समय तक रहने की अनुमति दी जाएगी। यह प्रवास वीजा आधारित होगा और शरण या शरणार्थी के तौर पर नहीं होगा।
हसीना का भारत आगमन
शेख हसीना की भारत यात्रा अचानक और अप्रत्याशित रही है। बांग्लादेश में नौकरियों में विवादास्पद कोटा प्रणाली के विरोध में जब हिंसक प्रदर्शनों की लहर फैली, तो सरकार पर बढ़ते दबाव के कारण हसीना को इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद उन्होंने अपनी बहन के साथ देश छोड़ने का निर्णय लिया। सोमवार को उन्होंने बांग्लादेश के सैन्य विमान से भारत का रुख किया और दिल्ली के पास स्थित हिंडन एयर बेस पर उतर गईं।
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विकल्पों की तलाश में शेख हसीना
ऐसी खबरें भी आईं कि शेख हसीना ब्रिटेन में शरण मांग रही थीं, जहां उनकी बहन की बेटी ट्यूलिप सिद्दीक ब्रिटिश संसद की सदस्य हैं। हालांकि, वहां उन्हें शरण नहीं मिल पाई है। इसके साथ ही, रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने भी हसीना का वीजा रद्द कर दिया है, जिससे उनके विकल्प सीमित हो गए हैं। अब वह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और यूरोपीय देशों में शरण के विकल्पों की तलाश कर रही हैं। सभी राजनीतिक और कूटनीतिक घटनाक्रम के बीच, यह देखना दिलचस्प होगा कि शेख हसीना की आगे की रणनीति क्या होगी। बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति अस्थिर हो चुकी है, और ऐसे में हसीना का भारत में लंबे समय तक रहना उनकी सुरक्षा और भविष्य की योजनाओं को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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हसीना का भविष्य और बांग्लादेश की स्थिति
शेख हसीना के भविष्य को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार के गठन के बाद से देश में शांति का माहौल बनता दिख रहा है, लेकिन यह शांति कितनी टिकाऊ होगी, इस पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। शेख हसीना का भारत में ठहराव उनके और बांग्लादेश दोनों के लिए महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। आखिरकार, शेख हसीना का दीर्घकालिक प्रवास और उनके अगले कदम बांग्लादेश के भविष्य पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं। बांग्लादेश और उसके पड़ोसी देशों के बीच संबंधों में भी इस प्रवास का महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकता है। ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि हसीना अपने देश लौटेंगी या किसी अन्य देश में शरण लेंगी।