अमेरिका ने शेख हसीना के इस्तीफे में हस्तक्षेप के आरोपों को खारिज किया, कहा: ‘यह हास्यास्पद और झूठा है.
अमेरिका ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है। अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि शेख हसीना की सरकार को हटाने की साजिश में उसका कोई हाथ नहीं था। अमेरिकी विदेश विभाग ने शेख हसीना के आरोपों को 'हास्यास्पद' और 'झूठा' करार दिया है।
अमेरिका ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है। अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि शेख हसीना की सरकार को हटाने की साजिश में उसका कोई हाथ नहीं था। अमेरिकी विदेश विभाग ने शेख हसीना के आरोपों को ‘हास्यास्पद’ और ‘झूठा’ करार दिया है। शेख हसीना ने 5 अगस्त 2024 को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेश छोड़ दिया था। उनके इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में कई हफ्तों तक बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और हिंसा देखने को मिली। इन प्रदर्शनों की वजह से उनकी सरकार पर दबाव बढ़ गया और अंततः उन्होंने इस्तीफा देने का निर्णय लिया।
हसीना ने आरोप लगाया था कि इन विरोध प्रदर्शनों के पीछे अमेरिका का हाथ था और यह कि अमेरिका ने जानबूझकर इस स्थिति को उत्पन्न किया ताकि उनकी सरकार को गिराया जा सके। हसीना का कहना था कि अमेरिका ने इन प्रदर्शनों के जरिए उनके खिलाफ साजिश की और उन्हें सत्ता से हटाया।
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इसके जवाब में, अमेरिका के विदेश विभाग के प्रमुख उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने मंगलवार को बयान जारी करते हुए कहा कि ये आरोप पूरी तरह से गलत और हास्यास्पद हैं। पटेल ने कहा, “शेख हसीना के इस्तीफे में अमेरिका का कोई हाथ नहीं है। यह आरोप पूरी तरह से झूठा है।” उन्होंने यह भी कहा कि हाल के हफ्तों में कई गलत सूचनाएं फैलाई गई हैं और अमेरिका इस तरह की गलत सूचनाओं का विरोध करने के लिए प्रतिबद्ध है। वेदांत पटेल ने यह भी बताया कि अमेरिका दक्षिण एशिया में अपने भागीदारों के साथ सूचना की गोपनीयता को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अमेरिका ने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर नजर बनाए रखने की बात की है और राष्ट्रपति जो बाइडन ने मानवाधिकार के मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय रखने का आश्वासन दिया है। अमेरिका ने यह भी स्पष्ट किया कि वह बांग्लादेश की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति पर निगरानी रखेगा और इस बात पर जोर देगा कि मानवाधिकार और लोकतांत्रिक मानकों को बनाए रखा जाए।
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इस बीच, हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया है। इस अंतरिम सरकार का उद्देश्य बांग्लादेश में स्थिरता और शांति को बहाल करना है और आगामी चुनावों की तैयारी करना है। अमेरिका का यह बयान बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति को लेकर चल रही बहस के बीच आया है। अमेरिका ने बांग्लादेश में शांति और स्थिरता बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है और किसी भी प्रकार की बाहरी साजिश से इनकार किया है।