स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा कारणों से मनीष सिसोदिया की पदयात्रा स्थगित, अब 16 अगस्त से शुरू होगी पदयात्रा .
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, जो आबकारी नीति मामले में 17 महीने तिहाड़ जेल में बिताने के बाद हाल ही में रिहा हुए हैं, की पदयात्रा को स्थगित कर दिया गया है। यह पदयात्रा जो पहले 14 अगस्त को शुरू होने वाली थी, अब 16 अगस्त से शुरू होगी।
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, जो आबकारी नीति मामले में 17 महीने तिहाड़ जेल में बिताने के बाद हाल ही में रिहा हुए हैं, की पदयात्रा को स्थगित कर दिया गया है। यह पदयात्रा जो पहले 14 अगस्त को शुरू होने वाली थी, अब 16 अगस्त से शुरू होगी। इस फैसले की जानकारी दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस वार्ता में दी। सौरभ भारद्वाज ने बताया कि दिल्ली पुलिस की ओर से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए इस पदयात्रा की तारीख को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया गया था। इस अनुरोध को स्वीकारते हुए आम आदमी पार्टी ने पदयात्रा की तारीख में परिवर्तन किया है।
मनीष सिसोदिया, जिन्हें दिल्ली की आबकारी नीति में कथित घोटाले के आरोपों में जेल भेजा गया था, शुक्रवार को जमानत पर रिहा हुए। जेल से रिहाई के बाद सिसोदिया ने अपने राजनीतिक सफर को नए सिरे से शुरू करने का निर्णय लिया है। वह अब दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों से सीधा संवाद करेंगे और उनके मुद्दों को समझने का प्रयास करेंगे। इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य दिल्ली के लोगों से सीधे जुड़ना और आगामी चुनावों के लिए समर्थन जुटाना है।
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सिसोदिया ने अपनी रिहाई के बाद सोमवार और मंगलवार को दिल्ली के विधायकों और पार्षदों से मुलाकात की। इन बैठकों में सिसोदिया ने पार्टी की आगे की रणनीति और योजनाओं पर चर्चा की। अब उनका अगला कदम जनता से सीधा संवाद करना है, जिसके तहत वह घर-घर जाकर लोगों से मिलेंगे और उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास करेंगे।
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स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने के विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार के किसी भी मंत्री द्वारा झंडा फहराना जनता के सम्मान की बात है। उन्होंने यह भी कहा कि स्वतंत्रता का असली मतलब यही है कि जनता द्वारा चुने गए लोग ही देश और राज्य का संचालन करें, न कि किसी अन्य प्रकार से नियुक्त किए गए व्यक्ति। मनीष सिसोदिया की यह पदयात्रा दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में जाकर लोगों से मिलने और उनके समर्थन को हासिल करने के उद्देश्य से की जाएगी। अब देखना होगा कि यह पदयात्रा सिसोदिया और आम आदमी पार्टी के लिए आगामी चुनावों में कितनी प्रभावी साबित होती है।