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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक कीव यात्रा: भारतीय समुदाय और यूक्रेन-रूस युद्ध पर महत्वपूर्ण चर्चा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। इस ऐतिहासिक दौरे के लिए पीएम मोदी ने 'रेल फोर्स वन' ट्रेन का इस्तेमाल किया, जो विशेष रूप से उनके सफर के लिए तैयार की गई थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। इस ऐतिहासिक दौरे के लिए पीएम मोदी ने ‘रेल फोर्स वन’ ट्रेन का इस्तेमाल किया, जो विशेष रूप से उनके सफर के लिए तैयार की गई थी। कीव पहुंचने के बाद, पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के सदस्यों और यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री का यह दौरा विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह पिछले 30 से अधिक वर्षों में किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यूक्रेन यात्रा है। खास बात यह है कि 1991 में सोवियत यूनियन के टूटने के बाद यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा है। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को इस दौरे की पुष्टि की थी और बताया था कि प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा 7 घंटे की होगी।

कीव पहुंचने के तुरंत बाद, पीएम मोदी ने भारतीय प्रवासी समुदाय के लोगों से संवाद किया। उन्होंने यूक्रेन में मौजूद भारतीय छात्रों से भी बातचीत की और उनकी समस्याओं और अनुभवों को सुना। प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कीव यात्रा की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं, जिनमें वह भारतीय समुदाय के सदस्यों से बातचीत करते हुए नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री के कीव पहुंचने पर यूक्रेन सरकार के उच्च अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ‘रेल फोर्स वन’ से उतरते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और लोगों ने प्रधानमंत्री की इस ऐतिहासिक यात्रा पर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं।

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पीएम मोदी की इस यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से उनकी मुलाकात होगी। दोनों नेता रूस-यूक्रेन युद्ध के मौजूदा हालात पर चर्चा करेंगे और इस संबंध में संभावित उपायों पर विचार करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच यह बातचीत अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की नजरों में विशेष महत्व रखती है, क्योंकि भारत का रूसी-यूक्रेनी विवाद में संतुलनपूर्ण दृष्टिकोण रहा है।

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प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा केवल 7 घंटे की होगी, लेकिन इसे भारत-यूक्रेन द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन में रह रहे भारतीय नागरिकों को यह संदेश दिया कि भारत सरकार उनके साथ है और उनके हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी पोलैंड में थे, जहां उन्होंने यूक्रेन के हालात और यूरोप की सुरक्षा पर चर्चा की थी। कीव दौरे के बाद, पीएम मोदी वापस पोलैंड लौटेंगे और वहां से आगे की यात्रा करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस यात्रा ने भारतीय समुदाय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित किया है। यूक्रेन के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने की दिशा में यह दौरा एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।

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