हाल ही में टेलीग्राम के सीईओ पावेल ड्यूरोव की गिरफ्तारी के बाद भारत सरकार ने इस मैसेजिंग ऐप की गहन जांच शुरू करने का संकेत दिया है। सरकार का उद्देश्य यह जानना है कि कहीं यह प्लेटफॉर्म अवैध गतिविधियों जैसे वसूली (Extortion) और जुआ (Gambling) में तो इस्तेमाल नहीं हो रहा। अगर जांच में ऐप दोषी पाया जाता है, तो सरकार इसे बैन करने पर विचार कर सकती है। भारत सरकार की यह जांच इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेट सेंटर (I4C) के तहत की जा सकती है, जो देश की सुरक्षा एजेंसियों से जुड़ा हुआ है। जांच के केंद्र बिंदु में टेलीग्राम का पीअर टू पीअर (P2P) कम्युनिकेशन सिस्टम रहेगा। यह सिस्टम बिना किसी तीसरे पक्ष के, यूजर्स को सीधे संदेश भेजने की अनुमति देता है, जिससे यह सुनिश्चित करना मुश्किल हो जाता है कि इस प्लेटफार्म का आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहा है या नहीं। सरकार इस बात की भी जांच करेगी कि क्या इस प्लेटफार्म पर होने वाली गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए पर्याप्त मॉडरेशन मौजूद है या नहीं।
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टेलीग्राम के फाउंडर और सीईओ पावेल ड्यूरोव को फ्रांस के बार्गेट हवाई अड्डे पर शनिवार शाम गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी यूरोपियन यूनियन के कानूनों का उल्लंघन करने के आरोप में हुई, जिसमें पाया गया कि ऐप पर मॉडरेटर की कमी के कारण आपराधिक गतिविधियों को रोका नहीं जा सका। यह गिरफ्तारी उन आलोचनाओं के बीच हुई है जिसमें टेलीग्राम को आपराधिक गतिविधियों के लिए एक सुरक्षित मंच माना जा रहा है, खासकर कि यूरोप में, जहां इसके उपयोगकर्ताओं की संख्या बहुत अधिक है।
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ड्यूरोव की गिरफ्तारी के बाद टेलीग्राम ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कंपनी का कहना है कि वह यूरोपीय संघ के कानूनों का पालन करती है, जिसमें डिजिटल सेवा अधिनियम भी शामिल है। टेलीग्राम ने यह भी कहा कि उनके प्लेटफॉर्म का मॉडरेशन उद्योग मानकों के अनुसार किया जाता है और इसे लगातार बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। कंपनी ने आशा जताई कि इस स्थिति का शीघ्र समाधान होगा और कहा कि ड्यूरोव के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।
भारत में टेलीग्राम के लगभग 50 लाख यूजर्स हैं, और सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है। अगर जांच में ऐप के खिलाफ सबूत मिलते हैं, तो इसे भारत में प्रतिबंधित किया जा सकता है। टेलीग्राम पर होने वाली गतिविधियों की जांच करना इस समय सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है, ताकि देश में सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।