कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत पर आज कड़ा हमला किया। कंगना ने हाल ही में किसानों के विरोध प्रदर्शनों के संदर्भ में विवादास्पद बयान दिए थे, जिनकी रॉबर्ट वाड्रा ने कड़ी निंदा की है। रॉबर्ट वाड्रा ने कंगना रनौत पर सीधे तौर पर निशाना साधते हुए कहा कि, “कंगना एक महिला हैं और मैं उनका सम्मान करता हूं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वह संसद में रहने के योग्य हैं।” वाड्रा ने आगे कहा कि कंगना के पास पर्याप्त शिक्षा नहीं है और वह दूसरों की परवाह किए बिना केवल अपने हितों के बारे में सोचती हैं। यह टिप्पणी कंगना की राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण पर वाड्रा की नाखुशी को दर्शाता है।
रॉबर्ट वाड्रा ने कंगना को महिलाओं के मुद्दों पर सोचने और अधिक संवेदनशील होने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “कंगना को महिलाओं के बारे में सोचना चाहिए और उन्हें महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दों को प्राथमिकता देनी चाहिए।” वाड्रा ने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं की सुरक्षा एक राष्ट्रीय चिंता का विषय है, और इसे राजनीतिक दलों द्वारा सामूहिक रूप से संबोधित किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी अपील की कि देश को महिलाओं की सुरक्षा के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए।
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कंगना रनौत, जो हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद हैं, ने हाल ही में एक साक्षात्कार में दिए गए अपने बयान के कारण विवाद खड़ा कर दिया था। कंगना ने कहा था कि यदि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन सफल हो जाता, तो भारत में “बांग्लादेश जैसी स्थिति” उत्पन्न हो सकती थी। उन्होंने देश के मजबूत नेतृत्व को इसका श्रेय देते हुए कहा कि ऐसी स्थिति को टाला गया। कंगना ने इस दौरान यह भी आरोप लगाया कि किसान आंदोलन के दौरान “लाशें लटक रही थीं और बलात्कार हो रहे थे।” उन्होंने यह दावा किया कि इस आंदोलन के पीछे चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका की साजिश थी। कंगना के इन बयानों को विपक्षी दलों द्वारा कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है, और इसे अतिरंजित और भ्रामक बताया गया है।
कंगना रनौत के विवादास्पद बयानों पर राजनीतिक गलियारों में तीखी प्रतिक्रिया आई है। रॉबर्ट वाड्रा के साथ ही अन्य विपक्षी नेताओं ने भी कंगना की टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि कंगना के इस तरह के बयान भाजपा की विचारधारा के समर्थन में दिए गए हैं, जो उन्हें पार्टी के अंदर एक प्रमुख चेहरा बनाने का प्रयास हो सकता है। वहीं, किसानों के समर्थन में खड़े नेता और कार्यकर्ता कंगना के बयानों को किसान आंदोलन के प्रति अपमानजनक मान रहे हैं। उन्होंने कंगना पर किसानों की वास्तविक समस्याओं को अनदेखा करने और उनके संघर्ष को बदनाम करने का आरोप लगाया है।
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महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर रॉबर्ट वाड्रा के बयान को लेकर भी चर्चा हो रही है। वाड्रा का कहना है कि यह मुद्दा किसी एक राजनीतिक दल का नहीं बल्कि पूरे देश का है, और इसे राष्ट्रीय प्राथमिकता के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से इस दिशा में संयुक्त प्रयास करने का आह्वान किया है।