हरियाणा विधानसभा चुनाव: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की संभावना पर चर्चा तेज.
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच गठबंधन की संभावना पर चर्चा चल रही है। हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने इस बात की पुष्टि की है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन पर विचार हो रहा है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच गठबंधन की संभावना पर चर्चा चल रही है। हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने इस बात की पुष्टि की है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन पर विचार हो रहा है। बाबरिया ने बताया कि दोनों दलों के बीच गठबंधन की संभावनाओं पर बातचीत जारी है और यदि स्थिति स्पष्ट होती है तो इसकी जानकारी जनता को दी जाएगी। पहले के अनुमानों के अनुसार, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस हरियाणा विधानसभा चुनाव में अकेले ही मैदान में उतरने की योजना बना रहे थे। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भी इस बात का संकेत दिया था कि वे हरियाणा चुनाव अकेले लड़ेंगे। लेकिन हाल ही में दीपक बाबरिया के बयान के बाद से यह स्पष्ट हो गया है कि दोनों दलों के बीच गठबंधन पर गंभीर चर्चा हो रही है।
खबर भी पढ़ें : दंतेवाड़ा और बीजापुर में सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, मुठभेड़ में 9 नक्सली ढेर, अभियान जारी.
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन से मना कर दिया है। पिछले लोकसभा चुनाव में दिल्ली में दोनों पार्टियों ने मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें सभी सात लोकसभा सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। इसी हार के बाद दोनों दलों ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। दिल्ली में हाल ही में कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर कई हमले किए हैं। खासकर राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर में छात्रों की मौत के मामले और अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने आप पर तीखा हमला बोला। इससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि दिल्ली में दोनों पार्टियों के बीच विवाद के चलते हरियाणा चुनाव में भी गठबंधन की संभावना कम हो सकती है।
खबर भी पढ़ें : मध्यम वर्ग में बढ़ता असंतोष, मोदी सरकार की दीर्घकालिक रणनीति पर सवाल.
हालांकि, दीपक बाबरिया के बयान ने इस मुद्दे को एक नई दिशा दी है। हरियाणा, दिल्ली से सटा हुआ राज्य है और आम आदमी पार्टी का यहाँ प्रभाव काफी है। यदि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ती हैं, तो यह दोनों दलों के लिए फायदेमंद हो सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि यदि दोनों दल एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो इससे दोनों की चुनावी संभावनाएं बेहतर हो सकती हैं।
अब देखना यह होगा कि आगामी दिनों में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन पर समझौता हो पाता है या नहीं। अगर दोनों पार्टियाँ एक साथ चुनाव लड़ती हैं, तो यह हरियाणा की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। आगामी समय में दोनों दलों की बातचीत और उनकी रणनीतियों के आधार पर ही यह तय होगा कि गठबंधन का स्वरूप क्या होगा और चुनावी मैदान में इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।