समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुलतानपुर ज्वैलर्स लूटकांड में शामिल मंगेश यादव के एनकाउंटर पर सवाल उठाने के बाद एक बार फिर प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया है। इस बार उन्होंने लूट के माल की बरामदगी पर सवाल खड़ा किया है। शनिवार को अखिलेश यादव ने पीड़ित सर्राफ का एक वीडियो जारी किया, जिसमें सर्राफ ने बताया कि पुलिस द्वारा बरामद माल लूट का 10 प्रतिशत भी नहीं है। खासकर, सोना पूरी तरह से गायब है। अखिलेश ने इस मुद्दे पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि लूट का माल लुटेरों से किसने लूट लिया? अखिलेश यादव ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा कि अगर सारे लुटेरे पकड़े जा चुके हैं, तो फिर लूटा गया सोना किसके खजाने में चला गया? उन्होंने सीधे तौर पर प्रदेश सरकार की नीयत पर सवाल खड़ा किया और कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि जो लुटेरे बनकर आए थे, वे किसी के प्रतिनिधि थे? ये सवाल प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर आरोप लगाते हैं और सरकार की भूमिका पर शक जाहिर करते हैं।
खबर भी पढ़ें : विनेश और बजरंग के कांग्रेस में शामिल होने पर बृजभूषण शरण सिंह का पलटवार, कांग्रेस की साजिश थी पहलवानों का आंदोलन.
अखिलेश यादव पहले भी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर सवाल उठा चुके हैं। सुलतानपुर में हुए इस लूटकांड के मुख्य आरोपी मंगेश यादव को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। हालांकि, विपक्षी दलों ने इस एनकाउंटर को लेकर कई तरह के सवाल उठाए थे, खासकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने। उन्होंने कहा था कि प्रदेश में एनकाउंटर के नाम पर निर्दोषों को निशाना बनाया जा रहा है और असली अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। इस पूरी घटना को लेकर अखिलेश यादव ने फिल्म “डकैत” के एक पोस्टर को रीपोस्ट किया है। इस फिल्म में सनी देओल ने अर्जुन यादव नामक एक डकैत का किरदार निभाया था, जिसे समाज द्वारा सताया गया था। अखिलेश का यह पोस्ट इस बात की ओर इशारा करता है कि मंगेश यादव के एनकाउंटर को इस फिल्म की कहानी से जोड़कर देखा जा रहा है। इस पोस्ट के जरिए उन्होंने यह सवाल खड़ा किया कि क्या मंगेश यादव को भी उसी तरह से सताया गया जैसा फिल्म के किरदार अर्जुन यादव के साथ हुआ था?
खबर भी पढ़ें : कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर केस, कोर्ट में CBI की लापरवाही पर फटकार, DNA साक्ष्यों से आरोपी की पुष्टि.
अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में शायर मुनव्वर राणा की पंक्तियों का भी इस्तेमाल किया है। यह पंक्तियां उन लोगों के प्रति सहानुभूति दर्शाती हैं, जिन्हें बिना किसी ठोस कारण के अपराधी साबित कर दिया जाता है। इस पोस्ट के जरिए अखिलेश यादव ने मंगेश यादव के एनकाउंटर पर एक बार फिर से सवाल उठाया और इसे एक पूर्व-नियोजित योजना का हिस्सा बताया। अखिलेश यादव ने वीडियो के साथ जो सवाल उठाए, वह प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं। पीड़ित सर्राफ ने बताया कि लूटा गया माल अभी तक बरामद नहीं हुआ है, और पुलिस द्वारा बरामद की गई चीजें लूट का 10 प्रतिशत भी नहीं हैं। खासकर, सोना पूरी तरह से गायब है। यह सवाल उठता है कि अगर सभी लुटेरे पकड़े जा चुके हैं, तो फिर सोना कहां गायब हो गया? अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट के जरिए सरकार पर तीखा हमला किया और यह दावा किया कि लूट का असली माल किसी और के खजाने में जमा हो गया है। उन्होंने इस घटना को प्रदेश की कानून व्यवस्था की नाकामी के रूप में पेश किया और सरकार पर आरोप लगाया कि वह असली अपराधियों को बचाने का काम कर रही है।