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अंतरिक्ष में फंसे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, पृथ्वी पर वापस आने का इंतजार.

नासा के अनुभवी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर इस समय अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर एक चुनौतीपूर्ण मिशन का सामना कर रहे हैं। इस साल जून के पहले हफ्ते में बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट ने उन्हें अंतरिक्ष में पहुंचाया, लेकिन कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण उन्हें फिलहाल पृथ्वी पर लौटने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।

नासा के अनुभवी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर इस समय अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर एक चुनौतीपूर्ण मिशन का सामना कर रहे हैं। इस साल जून के पहले हफ्ते में बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट ने उन्हें अंतरिक्ष में पहुंचाया, लेकिन कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण उन्हें फिलहाल पृथ्वी पर लौटने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। सुनीता और बुच दोनों ही अंतरिक्ष से लगातार अपने अनुभवों को साझा कर रहे हैं। सुनीता विलियम्स ने हाल ही में बताया कि वह अपने पालतू कुत्तों, दोस्तों और परिवार को बहुत याद कर रही हैं। उन्होंने कहा, “मैं पृथ्वी पर हमेशा दौड़ती, चलती रहती हूं, और मेरे दिमाग में हमेशा बहुत सी चीजें चलती रहती हैं। मुझे अपने कुत्तों को मॉर्निंग वॉक पर ले जाना, पक्षियों की चहचहाहट सुनना और अपने घर के आसपास की चीजों को महसूस करना बहुत पसंद है। ये वो चीजें हैं जो मैं यहां बहुत याद कर रही हूं।”

कुछ दिनों पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सुनीता ने बताया कि स्पेस में रहना मुश्किल है, खासकर जब आप कई महीनों तक वहीं रहते हैं। उन्होंने कहा, “यहां फंसे रहना और ऑर्बिट में कई महीने बिताना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन फिर भी मुझे अंतरिक्ष में रहना पसंद है। यहां का अनुभव अद्वितीय है और इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है।” बुच विल्मोर भी इस मिशन के बारे में अपने विचार साझा करते रहे हैं। उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष में समय बिताना जितना कठिन है, उतना ही यह रोमांचक भी है। उन्होंने यह भी कहा कि टीमवर्क और सही मानसिकता के साथ इस चुनौती का सामना करना संभव है।

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यह अनुमान है कि सुनीता और बुच को वापस पृथ्वी पर लाने के लिए फरवरी 2025 तक का इंतजार करना होगा। तब तक वे अंतरिक्ष में ही रहेंगे और अपने अनुसंधान कार्यों और मिशन को पूरा करेंगे। यह मिशन न केवल तकनीकी कठिनाइयों को दर्शाता है, बल्कि अंतरिक्ष यात्री के धैर्य और मानसिक मजबूती की भी परीक्षा लेता है। हालांकि, एक और दिलचस्प पहलू यह है कि 5 नवंबर 2024 को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं, और इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने इस चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेने का निर्णय किया है। नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियां यह सुनिश्चित करेंगी कि वे अपनी वोटिंग को सफलतापूर्वक अंजाम दे सकें, भले ही वे अंतरिक्ष में हों।

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यह अंतरिक्ष मिशन न केवल विज्ञान और अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह यह भी दिखाता है कि अंतरिक्ष यात्री व्यक्तिगत और सामुदायिक जिम्मेदारियों को कैसे निभाते हैं। अंतरिक्ष में फंसे रहने के बावजूद, सुनीता और बुच अपने नागरिक कर्तव्यों को निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अंतरिक्ष में महीनों तक रहना किसी भी अंतरिक्ष यात्री के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जैसे अनुभवी और समर्पित अंतरिक्ष यात्री इस अनुभव को बेहतर तरीके से संभाल रहे हैं। उनके अनुभव न केवल उन्हें बल्कि भविष्य के मिशनों को भी मार्गदर्शन देंगे।

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