जेपी नड्डा पर प्रियंका गांधी का तीखा हमला, कांग्रेस-भाजपा के बीच तीखी बयानबाजी
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर जोरदार हमला बोला है। ये विवाद उस समय गरमाया जब गुरुवार को जेपी नड्डा ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए उन पर तीखी टिप्पणी की।
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर जोरदार हमला बोला है। ये विवाद उस समय गरमाया जब गुरुवार को जेपी नड्डा ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए उन पर तीखी टिप्पणी की। इसके साथ ही हाल ही में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के बयान ने भी राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया था, जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ‘देश का सबसे बड़ा आतंकवादी’ कहा था। इस विवादित बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आपत्ति जताई थी और राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की थी।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के इस पत्र के जवाब में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पर हमला बोला। नड्डा ने खरगे के पत्र को लेकर कहा कि यह केवल राजनीतिक ड्रामा है और कांग्रेस इस प्रकार के मुद्दों को उछालकर जनता का ध्यान भटकाना चाहती है। नड्डा का यह बयान कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के लिए अस्वीकार्य और आक्रामक भाषा में था, जिसे प्रियंका गांधी ने न सिर्फ निरादरपूर्ण बताया, बल्कि इसकी निंदा भी की।
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प्रियंका गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर केवल राहुल गांधी की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि कुछ भाजपा नेताओं और मंत्रियों द्वारा दी जा रही “अनर्गल और हिंसक बयानबाज़ी” के मद्देनजर यह पत्र पूरी तरह से सही था। प्रियंका ने सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी खुद इस पत्र का जवाब देने के बजाय जेपी नड्डा से “आक्रामक और निरादरपूर्ण” पत्र भिजवाना अधिक उपयुक्त समझा।
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प्रियंका गांधी ने अपने बयान में प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री लोकतांत्रिक मूल्यों, संवाद की समानता और बुज़ुर्गों के सम्मान में आस्था रखते, तो वह खुद खरगे के पत्र का आदरपूर्वक जवाब देते। उन्होंने नड्डा द्वारा भेजे गए पत्र को हीनतर और आक्रामक करार दिया और कहा कि इससे प्रधानमंत्री की गरिमा को ठेस पहुंची है। प्रियंका ने कहा कि आज की राजनीति में बहुत जहर घुल चुका है और नेताओं को अपने पद की गरिमा को बनाए रखने के लिए सतर्क रहना चाहिए।
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री को सलाह देते हुए कहा कि राजनीति में ज़हर फैलाने के बजाय सरकार के शीर्ष पदों पर बैठे नेताओं को स्वस्थ संवाद और आदर का पालन करना चाहिए। अगर प्रधानमंत्री खुद खरगे के पत्र का जवाब देते, तो इससे उनकी छवि और गरिमा और भी बढ़ जाती। लेकिन उन्होंने नड्डा से जवाब दिलवाकर लोकतांत्रिक परंपराओं का निरादर किया है।