हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024, कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा और नए समीकरण
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है, और सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीतियों को धार देने में जुटे हैं। बीजेपी की ओर से जहां नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में पेश किया गया है, वहीं कांग्रेस ने अब तक अपने मुख्यमंत्री चेहरे का आधिकारिक ऐलान नहीं किया है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है, और सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीतियों को धार देने में जुटे हैं। बीजेपी की ओर से जहां नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में पेश किया गया है, वहीं कांग्रेस ने अब तक अपने मुख्यमंत्री चेहरे का आधिकारिक ऐलान नहीं किया है। इस बीच, कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सीएम उम्मीदवार को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिससे चुनावी माहौल में नई चर्चा शुरू हो गई है। रविवार को सिरसा पहुंचे भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान कहा, “हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनना तय है। मुख्यमंत्री वही होगा जिसे विधायक चुनेंगे और इस पर अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान करेगा।” उनके इस बयान से साफ संकेत मिलता है कि कांग्रेस फिलहाल सामूहिक नेतृत्व के सिद्धांत पर चुनावी मैदान में उतर रही है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य में कांग्रेस की बढ़ती पकड़ पर भरोसा जताते हुए कहा, “हरियाणा की जनता ने मन बना लिया है कि इस बार राज्य में कांग्रेस की ही सरकार बनेगी।”
हुड्डा ने नारा देते हुए कहा, “न जात पर न पात पर, मोहर लगेगी हाथ पर।” इस नारे के जरिए उन्होंने कांग्रेस के पक्ष में लोगों के समर्थन की बात की और दावा किया कि 36 बिरादरी के लोग कांग्रेस के साथ खड़े हैं। उनका यह बयान पार्टी को विभिन्न समुदायों का समर्थन प्राप्त होने की ओर इशारा करता है, जो कांग्रेस के लिए एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन सकता है। हरियाणा में आगामी 5 अक्टूबर 2024 को विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसके नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। चुनावी समीकरणों की बात करें तो राज्य में मुख्य रूप से कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है। जहां बीजेपी ने नायब सिंह सैनी को सीएम उम्मीदवार घोषित कर साफ संदेश दे दिया है कि पार्टी एक सशक्त नेतृत्व के साथ चुनाव लड़ने जा रही है, वहीं कांग्रेस ने सामूहिक नेतृत्व का भरोसा जताया है।
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इस चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के अलावा आम आदमी पार्टी (AAP) भी अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार है। आप के राज्य में प्रवेश ने दोनों प्रमुख दलों की चिंताओं को बढ़ा दिया है, क्योंकि आप की चुनौती कांग्रेस और बीजेपी के पारंपरिक वोट बैंक को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा, चंद्रशेखर आजाद की आज़ाद समाज पार्टी (ASP) और दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही हैं, जिससे राज्य के चुनावी समीकरणों में और बदलाव की संभावना है। जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) के गठबंधन ने हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई चुनौती पेश की है। गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने से यह दल राज्य के पारंपरिक वोट बैंक को प्रभावित कर सकते हैं। यह गठबंधन मुख्य रूप से युवा और दलित वर्गों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिससे राज्य की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं।