पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नया ठिकाना, कहां रहेंगे परिवार के साथ?
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बीते कुछ समय से लगातार सुर्खियों में हैं। पहले शराब नीति घोटाले में फंसने के बाद उनकी गिरफ्तारी, फिर जेल से रिहाई और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने तक, केजरीवाल का राजनीतिक सफर पिछले कुछ महीनों में काफी घटनाओं से भरा रहा है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बीते कुछ समय से लगातार सुर्खियों में हैं। पहले शराब नीति घोटाले में फंसने के बाद उनकी गिरफ्तारी, फिर जेल से रिहाई और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने तक, केजरीवाल का राजनीतिक सफर पिछले कुछ महीनों में काफी घटनाओं से भरा रहा है। अब उनके सरकारी आवास छोड़ने की खबरें भी मीडिया में जोर पकड़ रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, केजरीवाल अपने परिवार के साथ जल्द ही दिल्ली स्थित फिरोजशाह रोड पर बंगला नंबर 5 या 10 में रहने जा सकते हैं। यह दोनों बंगले आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसदों के आवास हैं। बंगला नंबर 5 अशोक मित्तल का है, जो कि पंजाब से AAP के राज्यसभा सांसद हैं, जबकि बंगला नंबर 10 एनडी गुप्ता का है, जो कि दिल्ली से राज्यसभा सांसद हैं। दिलचस्प बात यह है कि दोनों सांसद इन आवासों में खुद नहीं रहते हैं। मित्तल दिल्ली में नहीं रहते जबकि एनडी गुप्ता राजधानी के गुलमोहर पार्क स्थित एक निजी आवास में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं।
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आम आदमी पार्टी के सूत्रों के अनुसार, पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता केजरीवाल को अपने घर में रहने की पेशकश कर चुके हैं। हालांकि, केजरीवाल ने इस संबंध में अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है कि वह किस आवास को चुनेंगे। उनका कहना था कि नवरात्रि के दौरान वह सीएम आवास खाली कर देंगे। केजरीवाल को करीब तीन महीने जेल में बिताने के बाद सुप्रीम कोर्ट से 13 सितंबर को जमानत मिली थी। जमानत के कुछ दिनों बाद, 17 सितंबर को उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और AAP नेता आतिशी को राजधानी की बागडोर सौंप दी। इस्तीफा देते वक्त केजरीवाल ने स्पष्ट किया था कि वह तब तक मुख्यमंत्री पद पर वापस नहीं आएंगे, जब तक दिल्ली की जनता उन्हें दोबारा चुनाव में नहीं जिताती। उनका यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि इससे संकेत मिलते हैं कि वह भविष्य में दिल्ली की राजनीति में सक्रिय रहेंगे।
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अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक स्थिति अभी अनिश्चित है, और उनके भविष्य के कदमों को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। इसी बीच, उनके आवास को लेकर उठे सवालों ने दिल्ली की राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है। उनके समर्थकों का कहना है कि केजरीवाल एक साधारण जीवन जीते हैं और उन्हें किसी आलीशान आवास की जरूरत नहीं है। वहीं, उनके विरोधियों का कहना है कि मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बावजूद सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाना उनके सिद्धांतों के खिलाफ है। हालांकि, केजरीवाल ने साफ किया था कि वह सरकारी आवास नवरात्रि के दौरान खाली कर देंगे। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वह और उनका परिवार किस आवास में रहने का निर्णय लेते हैं। AAP के नेताओं और समर्थकों ने उन्हें आवास की पेशकश की है, लेकिन अंतिम फैसला केजरीवाल का होगा।
अरविंद केजरीवाल की अगली चाल क्या होगी, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं, खासकर जब वह अगले चुनावों में अपनी राजनीतिक स्थिति मजबूत करने की तैयारी कर रहे हैं।