महाराष्ट्र में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो रही हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता हर्षवर्धन पाटिल के पार्टी छोड़ने और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार से उनकी मुलाकात ने इस चर्चा को और हवा दी है कि वे चुनाव से पहले एनसीपी में शामिल हो सकते हैं।
हाल ही में हर्षवर्धन पाटिल ने मुंबई के सिल्वर ओक्स स्थित शरद पवार के आवास पर उनसे मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद राजनीतिक हलकों में यह चर्चा जोरों पर है कि पाटिल एनसीपी में शामिल हो सकते हैं। पाटिल ने खुद इस मुलाकात की पुष्टि की और यह भी कहा कि शरद पवार ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल होकर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है। पाटिल के अनुसार, पवार ने यह विश्वास जताया है कि वे उन्हें चुनाव जिताने में सक्षम होंगे।
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हर्षवर्धन पाटिल और शरद पवार की इस मुलाकात पर बीजेपी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि अगर हर्षवर्धन पाटिल बीजेपी छोड़ने का फैसला करते हैं, तो उन्हें इसका पछतावा होगा। उन्होंने कहा कि कुछ नेता यह महसूस कर रहे हैं कि बीजेपी उन्हें आगामी विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं देगी, इसलिए वे पार्टी छोड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर चुनाव जीतने के बाद पाटिल फिर से पार्टी में लौटना चाहेंगे, तो यह फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को करना होगा कि उन्हें वापस लिया जाए या नहीं।
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हर्षवर्धन पाटिल, जो इंदापुर विधानसभा सीट से चार बार विधायक रह चुके हैं, एक बार फिर से इस सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे हैं। फिलहाल, इंदापुर सीट एनसीपी के पास है और इस गठबंधन के तहत उनकी दावेदारी है। पाटिल 1995-99 में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन सरकार में कृषि और विपणन राज्य मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 1995 का विधानसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीता था। 1999 से 2014 तक पाटिल कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सरकार में मंत्री रहे।