शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों और भारतीय सेना के जवानों के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान मुठभेड़ में तीन सैनिक मारे गए।पुलिस के एक अधिकारी ने कहा की सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर में कुलगाम जिले के हलाण वन क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाकों में आतंकवादियों की उपस्थिति की सूचना मिलने के बाद घेराबंदी और खोज अभियान शुरू किया।
सुरक्षाबलों पर आतंकवादियों द्वारा गोलीबारी करने के बाद तलाशी अभियान मुठभेड़ में बदल गया। इस दौरान पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बल के तीन जवान गोलीबारी में घायल हो गए और इलाज के दौरान मर गए। पुलिस ने पहले कहा था कि घायल सैनिकों को अस्पताल भेजा गया है।
सेना की चिनार कोर, जो श्रीनगर में स्थित है, ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ऑपरेशन हलाण, कुलगाम। सुरक्षाबलों ने चार अगस्त 2023 को कुलगाम में हलाण की ऊंची चोटियों पर आतंकवादियों की उपस्थिति की जानकारी मिलने पर अभियान शुरू किया। तीन सैनिक आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में घायल हो गए और बाद में शहीद हो गए। तलाशी अभियान अभी भी चल रहा है।”
पुलिस अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में अतिरिक्त बल भेजा गया है और खोज अभियान को तेज किया गया है। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने की चौथी वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर यह मुठभेड़ और सेना के जवानों के शहीद होने की घटना हुई है।
इससे पहले, अप्रैल और मई में पुंछ और राजौरी जिलों में दो हमलों-मुठभेड़ों में पांच विशिष्ट कमांडो सहित सेना के 10 जवान मारे गए। पिछले लगभग दो दशक से यह क्षेत्र आतंकवाद से सुरक्षित था। इस साल की शुरुआत में भी राजौरी में हिंदू परिवारों पर आतंकवादी हमला हुआ था। इस दौरान सात निर्दोष लोग मारे गए और दस से अधिक घायल हुए।
Brajesh Kumar