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सपा नेता आजम खान के घर से बरामद हुए 83 लाख 96 हजार रुपये नगद और 2.04 करोड़ की ज्वेलरी

मुंबई से आई हुई टीम ने जौहर यूनिवर्सिटी का मूल्यांकन किया. जौहर यूनिवर्सिटी को दान देने वालों के बारे में लेखा-जोखा सामने आया है, जिसमे 1 करोड़ से अधिक दान देने वाले हैं कुछ गिने-चुने 10 लाख तक दान देने वाले भी हैं

समाजवादी पार्टी के महा सचिव आजम खां के घर और उनसे जुड़े ठिकानों पर आयकर विभाग की रेड 60 घंटे बाद ख़त्म हुई. घर से छापेमारी के दौरान 83 लाख 96 हजार रुपये नगद और 2.04 करोड़ ज्वेलरी बरामद हुए. आजम खां और उनके मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट पर टैक्स चोरी का आरोप लगा है.

 

मुंबई से आई हुई टीम ने जौहर यूनिवर्सिटी का मूल्यांकन किया. जौहर यूनिवर्सिटी को दान देने वालों के बारे में लेखा-जोखा सामने आया है, जिसमे 1 करोड़ से अधिक दान देने वाले हैं कुछ गिने-चुने 10 लाख तक दान देने वाले भी हैं. मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के निर्माण में अहम् भूमिका रखने वाले राकेश जैन के आवास से भी दस्तावेज मिलने की आशंका है.

आजम खां के करीबी चमरौआ (रामपुर) के विधायक नासिर खां के घर पहुंची टीम शुक्रवार को लौट गई थी. नासिर खां के आवास से भी जौहर यूनिवर्सिटी के बारे में काफी जानकारी हासिल हुई है. जाँच में स्टेट बैंक में खातों का मिलान कराया जा रहा है. आजम खां के एक और करीबी शाह्जेब खां घर भी अवैध संपत्ति की जाँच शुक्रवार दोपहर तक चली.आयकर विभाग ने रामपुर, सीतापुर, लखनऊ, मेरठ, सहारनपुर व घज्सिअबाद और मध्य प्रदेश स्थित 30 से अधिक ठिकानों पर छापा मारा था.

सीतापुर में आयकर टीम एमएफ जैदी के बेटे को लेकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा पहुंची जहाँ प्रतिष्ठानों और उनके परिजनों के खातों में लेनदेन का ब्यौरा जुटाया और लॉकर देखे. अब आयकर विभाग की जाँच ख़त्म होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम के आने की सम्भावना भी बन रही है. बताया जा रहा है की जाँच में ज़मीन हेराफेरी और अलग-अलग खातों से भी लेनदेन के सबुत इकठ्ठा किए गए हैं. हालाकि आयकर टीम इस छापेमारी की जानकारी साझा नहीं कर रही है इसके बावजूद एक फिल्म अभिनेता से संबंधित कागजात मिलने की भी बात सामने आई है.

इस पुरे छापेमारी में आयकर टीम ने आजम खां और उनके करीबियों के ठिकानों से कुल 800 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की आशंका जताई है. जिसमे आगे कार्यवाई करते हुए संबंधित पक्षों को नोटिस भेजकर जवाब माँगा जायेगा साथ ही बरामद किए गए कैश और जेवरात के भी साक्ष्य मांगे जाएंगे. सभी तथ्यों का आयकर रिटर्न से मिलान होगा फिर जितनी टैक्स चोरी निकल कर आएगी उसका जुर्माना लगेगा. सारे दस्तावेज को कब्जे में लिए गए हैं उनकी बारीकी से छानबीन की जा रही है, जिसमें लगभग तीन से चार महीने या ज्यादा समय लग सकता है.

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