भाजपा मुख्यालय में महिला मोर्चा ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम लोकसभा और राज्यसभा में पास हो जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए स्वागत समारोह का आयोजन किया.
स्वागत समारोह में करीब एक हज़ार महिला कार्यकर्त्ता शामिल हुईं. महिलाओं ने ढोल-नगाड़ों की धुन खूब पैर थिरकाएं. महिलाओं ने पीएम पर फूलों की वर्षा की और उनका पांव छूकर आशीर्वाद भी लिया
स्वागत समारोह में करीब एक हज़ार महिला कार्यकर्त्ता शामिल हुईं. महिलाओं ने ढोल-नगाड़ों की धुन खूब पैर थिरकाएं. महिलाओं ने पीएम पर फूलों की वर्षा की और उनका पांव छूकर आशीर्वाद भी लिया. इसे लंबे समय तक याद किया जाएगा. कार्यक्रम में मंच पर जेपी नड्डा, स्मृती ईरानी, निर्मला सीतारमण और कई अन्य नेता भी मौजूद थे.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सबसे पहले देश की माता, बहनों, और बेटियों को बधाई दी. उन्होंने कहा की महिला आरक्षण बिल से इतिहास रचा गया है. जिसका हमारा भाजपा सरकार को मिला. देश की हर एक नारी का आत्मविश्वास गगन छू रहा है. हमने माताओं-बहनों के जीवन चक्र से जुडी हर समस्या पर काम किया है. मातृ वंदन योजना, बैंक में पैसे भेजे, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आंदोलन शुरू किया.
भाजपा सरकार ने शिक्षा के लिए सुकन्या समृद्धि में ज्यादा ब्याज दिया. उनके लिए शौचालय निर्माण किया. उन्हें रसोई गैस उपलब्ध करवाया. हर घर में पानी समस्याएं दूर की. साथ ही साथ बेटियों को 5 लाख तक की निशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध करवाई. करोड़ों जनधन खाता खुलवाया. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि वह महिलाओं के हक ले लिए लड़ते हैं क्यूंकि उन्हें अनुभव है कि मातृशक्ति को हक दिए जाने पर तो कितना अधिक काम हो सकता है.
कार्यक्रम के संबोधन में पीएम मोदी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम मात्र एक कानून नहीं है बल्कि विकसित भारत की ओर बढ़ता एक और कदम बताया. उन्होंने कहा की यह अमृत काल है.आगे पीएम मोदी ने सभी दलों का भी आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा की यह बिल सभी दल के समर्थन से रिकॉर्ड वोट की वजह से पास हुआ है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस अवसर को एक ऐतिहासिक और भावुक कर देने वाली घड़ी बताया साथ ही कहा कि इसे लबे समय तक याद किया जाएगा.
आपको बता दें की लोकसभा और राज्यसभा में बिल पास हो जाने के बाद अब केवल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी मिलने भर की देर है और यह बिल कानून बन जाएगा. 2024 के चुनाव के बाद जनगणना और परिसीमन करने के बाद यह बिल लागु किया जाएगा.