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सुप्रीम कोर्ट में हिंदू पक्ष की याचिका ज्ञानवापी का तहखाना खोला जाए, सील इलाके का हो वैज्ञानिक सर्वे

इस विवाद का मुख्य केंद्र वहां के दो प्रमुख धर्मों के बीच है, जहां हिंदू पक्ष अपने धार्मिक विश्वास के तहत शिवलिंग के संरक्षण का दावा कर रहा है, वहीं मुस्लिम पक्ष इसे एक कथित फव्वारा मान रहा है।

वाराणसी,  जो भारत की प्राचीन धारोहरों से भरी नगरी है , जहां धर्म, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व का मेल है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में हिंदू और मुस्लिम पक्ष के बीच विवाद की कोई समाप्ति नहीं हो रही है जिसका केंद्र बन गई है वाराणसी की मस्जिद और इसके तहखानों का सर्वेक्षण।

Gyanvapi case: Hindu side approaches Supreme Court for survey of sealed area  - India Today

 

इस विवाद का मुख्य केंद्र वहां के दो प्रमुख धर्मों के बीच है, जहां हिंदू पक्ष अपने धार्मिक विश्वास के तहत शिवलिंग के संरक्षण का दावा कर रहा है, वहीं मुस्लिम पक्ष इसे एक कथित फव्वारा मान रहा है। सुप्रीम कोर्ट में हिंदू पक्ष ने दो याचिकाएं दाखिल की हैं, जिनमें सीलबंद तहखानों का और वजूखाना के सर्वेक्षण की मांग है।

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हिंदू पक्ष के तर्क के अनुसार, वाराणसी में स्थित इस मस्जिद के तहखानों में शिवलिंग हैं, हिंदू पक्षकार ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा है कि यह सर्वे बिना शिवलिंग को नुकसान पहुंचाए वैज्ञानिक तरीके से कराया जाए, ताकि  मौजूदा समय में विवादित परिसर में वजूखाना सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद संरक्षित हो जाए। क्योकि वहां जो सीलबंदी की गई है, उसपर  हिंदू पक्षकर आदि विश्वेश्वर का शिवलिंग होने का दावा कर रहे हैं जबकि मुस्लिम पक्ष इसे केवल फव्वारा बताता है।

 

Gyanvapi Case: Hindu Side Files Plea Seeking Scientific Survey Of 'Sealed'  Area, Next Hearing On Sept 29

 

उनका कहना है कि इस स्थल का धार्मिक महत्व केवल हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए है। उनका तर्क है कि मौजूदा समय में वहां की सीलबंदी हो चुकी है और इसमें किसी भी प्रकार के बदलाव की आवश्यकता नहीं है।विवादित मस्जिद के तहखानों और वजूखाना के सर्वेक्षण की मांग ने एक नए धार्मिक और सांस्कृतिक संघर्ष की स्थिति पैदा कर दी है।

 

 

इसमें धार्मिक संवेदनाओं की रक्षा करने के साथ-साथ, सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों को भी मजबूत रूप से बतौर माध्यमिक बनाए रखने की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित करना होगा कि इस विवाद का समाधान सांझेदारी और समर्थन के साथ हो, ताकि वाराणसी का ऐतिहासिक महत्व और विरासत बनी रहे।

 

By Neelam Singh.

 

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