गजवा-ए-हिंद पर दारुल उलूम देवबंद के फतवे के बाद NCPCR ने दिए कार्रवाई के निर्देश, जिला अधिकारी ने सहारनपुर के एसडीएम और सीओ को तुरंत कार्रवाई करने को कहा….
सहारनपुर में स्थित दारुल उलूम देवबंद ने गजवा-ए-हिन्द को मान्यता देने वाला फतवा जारी किया। है, जिसके परिणामस्वरूप कार्रवाई के निर्देश दिए गए
सहारनपुर में स्थित दारुल उलूम देवबंद ने गजवा-ए-हिन्द को मान्यता देने वाला फतवा जारी किया है, जिसके परिणामस्वरूप कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लेटर भेजा गया है ताकि इस मामले में उचित कार्रवाई हो सके। इस घटना के परिणामस्वरूप, राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग (NCPCR) ने कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जिला अधिकारी ने सहारनपुर के एसडीएम और सीओ को आदेश दिया है कि इस मामले की तुरंत कार्रवाई की जाए ताकि घटना के संबंध में स्पष्टता और कठोर कार्रवाई हो सके।
NCPCR ने इस मामले को बच्चों के विकास के लिए हानिकारक माना है। इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग ने कार्रवाई के लिए उचित निर्देश दिए हैं। दिनेश चंद्र सिंह ने बताया कि NCPCR से निर्देश प्राप्त होने के बाद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तत्काल कार्रवाई करने के लिए लेटर भेजा गया है। साथ ही, देवबंद के सीओ एसडीएम को भी निर्देश दिया गया है कि मामले में जांच करते हुए त्वरित कार्रवाई की जाए।
इस मामले में जांच के दौरान, सहारनपुर के एसडीएम और सीओ की टीम मौके पर पहुंची है। तत्काल कार्रवाई के लिए सार्वजनिक स्थानों पर गजवा-ए-हिन्द को लेकर अधिकारियों की गतिविधियों को समय-समय पर मॉनिटर किया जा रहा है। इस मामले में सहारनपुर के जिला अधिकारी का कहना है कि बच्चों के सम्मान और सुरक्षा को मजबूत करने के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी जताया है कि सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे ताकि इस घटना का समाधान निश्चित रूप से हो सके। इस दिशा में, सहारनपुर के प्रशासनिक अधिकारी तत्पर हैं और वे सुनिश्चित कर रहे हैं कि घटना के पीछे छिपी हुई बातों का पता लगाया जाए और उचित कार्रवाई की जाए।
इस तथ्य के साथ, सहारनपुर के इस मामले में सरकारी अधिकारियों की सक्रिय भूमिका और निष्क्रियता का पर्दाफाश किया जा रहा है। यहां तक कि आम जनता भी इस मुद्दे पर चिंतित है और सरकार से न्याय की मांग कर रही है। इस प्रकार, सहारनपुर में दारुल उलूम देवबंद के फतवे के प्रकार से हुई घटना ने गहरे सवालों को उजागर किया है ।