दिल्ली के जंतर मंतर की ओर बढ़े किसान, सभी बॉर्डर पर निगरानी को बढ़ाया गया…
किसान बुधवार को शंभू बॉर्डर पर एकत्रित हो गए। उन्होंने जंतर मंतर कूच का ऐलान किया, जो किसान आंदोलन के अभियान का हिस्सा बनेगा।
किसानों का आंदोलन देशभर में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है। सरकारी कानून बनाने की मांग पर उनकी आंदोलनबाजी तेजी से फैल रही है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी को लेकर किसानों की मांगें बढ़ती जा रही हैं। 3 मार्च को, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने देशभर के किसानों को दिल्ली पहुंचने के लिए आह्वान किया। उन्होंने फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी गारंटी सहित मांग कि है। इसके बाद, 10 मार्च को देशव्यापी रेल रोको आंदोलन की भी घोषणा की गई है।
किसान बुधवार को शंभू बॉर्डर पर एकत्रित हो गए। उन्होंने जंतर मंतर कूच का ऐलान किया, जो किसान आंदोलन के अभियान का हिस्सा बनेगा। किसान नेताओं ने सरकार से अपने नुकसान की भरपाई करने की मांग भी की है। किसान नेता तेजवीर सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार के किसान भी दिल्ली मार्च के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि देश में हो रही लूट को रोकने के लिए किसान लड़ाई लड़ रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने भी अलर्ट जारी किया है और कई जगहों पर धारा-144 लागू कर दी गई है। प्रधानमंत्री आवास और गृहमंत्री के आस-पास भारी फोर्स को भी तैनात किया गया है। सभी रास्तों पर पुलिस बैरिकेड लगाई गई है।
किसानों का आंदोलन देश के गहरे संघर्ष का परिचय देता है। वे अपने हक की रक्षा के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। सरकार से मांगें पूरी नहीं होने पर वे आगे भी अपने आंदोलन को जारी रखेंगे। इसमें किसान नेताओं का अहम योगदान है जो अपने समूह को एकजुट रखकर उनकी मांगों को सामने रख रहे हैं।