चुनाव से पहले राहत: दिल्ली से मुंबई तक नए रेट पर सस्ता हुआ एलपीजी सिलेंडर।
नए वित्त वर्ष के पहले दिन, ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कटौती की है, जो कि उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत है। नई कीमतों के अनुसार, अब राजधानी दिल्ली में 19 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर का मूल्य 30.50 रुपये कम होकर 1764.50 रुपये हो गया है।
आज से नए वित्त वर्ष की शुरुआत हो रही है और इस अवसर पर उपभोक्ताओं को गैस की कीमतों में कटौती का समाचार मिला है। बाजार में ताजा राहत के साथ, लोकसभा चुनाव के चरम से पहले भारतीय उपभोक्ताओं को आवासीय और वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर के दामों में कमी का लाभ हो रहा है। नए वित्त वर्ष के पहले दिन, ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कटौती की है, जो कि उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत है। नई कीमतों के अनुसार, अब राजधानी दिल्ली में 19 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर का मूल्य 30.50 रुपये कम होकर 1764.50 रुपये हो गया है।
कॉमर्शियल सिलेंडर के दाम कोलकाता में, 32 रुपये कम हुए हैं, जिससे उपभोक्ताओं को अब कॉमर्शियल सिलेंडर 1879 रुपये में मिलेगा। इसी के साथ मुंबई और चेन्नई में भी कटौती हुई है, जहां एक सिलेंडर की कीमत 31.50 रुपये और 30.50 रुपये कम होकर 1717.50 रुपये और 1930 रुपये हो गई है, उसी क्रम में ।इन कटौतियों के पहले, बीते साल महिला दिवस के अवसर पर, केंद्र सरकार ने 14 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दामों में भी कटौती की थी। देखा जाये तो दिल्ली में, एक सिलेंडर की कीमत 803 रुपये, कोलकाता में 829 रुपये, मुंबई में 802.50 रुपये, और चेन्नई में 818.50 रुपये है।
महिला दिवस पर उपभोक्ताओं को राहत देने के साथ, केंद्र सरकार ने पीएम उज्ज्वला योजना के तहत उज्ज्वला लाभार्थियों को भी तोहफा दिया था। इस योजना के अनुसार, सिलेंडर पर सब्सिडी को बढ़ाकर 300 रुपये प्रति सिलेंडर कर दिया गया था, जो 31 मार्च 2025 तक लागू है। इस नए रेटिंग स्केल के अनुसार, अन्य बड़े शहरों में भी गैस सिलेंडर की कीमतों में कटौती हुई है। लखनऊ में कॉमर्शियल सिलेंडर 1877.50 रुपये, जयपुर में 1786.50 रुपये, गुरुग्राम में 1770 रुपये, और पटना में 2039 रुपये का हो गया है।
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यह नए दामों में एक सामान्य उपभोक्ता के लिए आशाजनक राहत का स्रोत है, और यह उम्मीद है कि इससे उपभोक्ताओं की आर्थिक बोझ कम होगा। गैस की कीमतों में इस तरह की कटौती उपभोक्ताओं के जीवन को सुविधाजनक बनाने में मदद करेगी, और इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आ सकता है।