स्वाति मालीवाल केस पर अरविंद केजरीवाल के माता पिता से पूछताछ, सीएम केजरीवाल के दावे पर क्या कहा दिल्ली पुलिस ने
आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई बदसलूकी के मामले में राजनीति की आग लगातार भड़कती जा रही है। विपक्ष का आरोप है कि जो सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकती, उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई बदसलूकी के मामले में राजनीति की आग लगातार भड़कती जा रही है। विपक्ष का आरोप है कि जो सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकती, उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी का कहना है कि स्वाति मालीवाल का यह कदम भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर उठाया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जो इस मामले में पहले चुप थे, अब खुलकर अपनी बात रख रहे हैं। बुधवार को केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली पुलिस उनके माता-पिता से भी पूछताछ करेगी। आज उन्होंने ट्वीट कर बताया कि वह अपने आवास पर अपने माता-पिता के साथ दिल्ली पुलिस का इंतजार कर रहे हैं। केजरीवाल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक वीडियो और फोटो पोस्ट की है, जिसमें उनके माता-पिता भी शामिल हैं। उन्होंने लिखा, “मैं अपने माता-पिता और पत्नी के साथ पुलिस का इंतजार कर रहा हूं। कल पुलिस ने फोन करके मेरे माता-पिता से पूछताछ के लिए समय मांगा था। लेकिन अब तक उन्होंने यह नहीं बताया कि वे कब आएंगे।”
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त कानून व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी और उनके माता-पिता से पूछताछ करने की योजना थी, लेकिन केजरीवाल ने समय ही नहीं दिया। यादव ने बताया कि आज पूछताछ का निर्णय लिया गया था, लेकिन मीडिया को घर के बाहर बुलाकर आरोप-प्रत्यारोप के कारण पूछताछ स्थगित कर दी गई है। अब जरूरत पड़ने पर पुलिस तय करेगी कि पूछताछ की जाए या नहीं। पुलिस अधिकारी का कहना है कि केजरीवाल ने पूछताछ के लिए समय नहीं दिया और अपनी पत्नी और माता-पिता को तैयार कर फोटो खिंचवाकर मीडिया को भेज दिया। पुलिस के अनुसार, स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट और छेड़छाड़ के मामले में विभव के खिलाफ जानकारी प्राप्त करने के लिए पुलिस ने केजरीवाल से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने बात नहीं की। केजरीवाल केवल मीडिया से ही बात कर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हैं।
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इस विवाद के बीच, स्वाति मालीवाल के समर्थन में और उनके खिलाफ दोनों ही तरफ से बयानबाजी जारी है। विपक्ष का कहना है कि यह घटना सरकार की नाकामी का प्रतीक है और महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है। वहीं, आम आदमी पार्टी इसे भाजपा की साजिश करार दे रही है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि स्वाति मालीवाल को भाजपा के इशारे पर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। इस मामले में दिल्ली पुलिस और अरविंद केजरीवाल के बीच की तनातनी से राजनीतिक माहौल और गरमा गया है। केजरीवाल का आरोप है कि पुलिस उनके माता-पिता को परेशान करने की कोशिश कर रही है, जबकि पुलिस का कहना है कि उनके पास इस मामले से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करनी है। इस सब के बीच, स्वाति मालीवाल खुद इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
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स्वाति मालीवाल के साथ हुई बदसलूकी की घटना ने महिलाओं की सुरक्षा और राजनीतिक अखाड़े में होने वाली खींचतान को एक बार फिर उजागर कर दिया है। इस मामले में सही और गलत का निर्धारण करना मुश्किल है, क्योंकि दोनों ही पक्ष अपने-अपने तर्कों के साथ खड़े हैं। एक ओर जहां विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है, वहीं सरकार अपनी बेगुनाही साबित करने की कोशिश में जुटी है। इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति की रोटियां सेंकने का काम जारी है। इस बीच, जनता को भी इस मुद्दे पर स्पष्टता की जरूरत है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह मामला किस दिशा में जाता है और इसका राजनीतिक परिदृश्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।
इस पूरे प्रकरण से यह साफ होता है कि महिलाओं की सुरक्षा के मामले में राजनीतिक दलों के बीच की खींचतान ने इसे और जटिल बना दिया है। अब यह देखना बाकी है कि इस विवाद का अंत किस रूप में होता है और क्या वास्तव में इस मामले में न्याय हो पाता है या नहीं।