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लोकसभा इलेक्शन 2024 NDA के स्मृति ईरानी गिरिराज सिंह और चल रहे हैं पीछे देखे लिस्ट ..

लोकसभा चुनाव 2024 के प्रारंभिक रुझानों ने भारतीय राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी कैबिनेट के कई प्रमुख मंत्री भी चुनावी मैदान में हैं।

लोकसभा चुनाव 2024 के प्रारंभिक रुझानों ने भारतीय राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी कैबिनेट के कई प्रमुख मंत्री भी चुनावी मैदान में हैं। वाराणसी से चुनाव लड़ रहे प्रधानमंत्री मोदी ने देशभर में दर्जनों सभाएं और रैलियां कर चुनावी माहौल गर्मा दिया था। उनके साथ सरकार के अन्य कई दिग्गज नेता भी विभिन्न सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। शुरुआती रुझानों में कई केंद्रीय मंत्री पीछे चल रहे हैं, जो उनके समर्थकों के लिए एक चिंता का विषय है। बिहार के बेगूसराय से चुनाव लड़ रहे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पीछे चल रहे हैं।

उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट, जो कि भारतीय राजनीति का एक महत्वपूर्ण गढ़ मानी जाती है, से स्मृति ईरानी भी पीछे चल रही हैं। स्मृति ईरानी ने 2019 में इस सीट से राहुल गांधी को हराकर सबको चौंका दिया था, लेकिन इस बार के चुनाव में उनका मुकाबला कांग्रेस के नए उम्मीदवार से है, जो अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हैं। स्मृति ईरानी ने अपने चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी थी, लेकिन शुरुआती रुझानों में उनकी स्थिति कमजोर दिख रही है महाराष्ट्र की मुंबई उत्तर सीट से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल शुरुआती रुझानों में आगे चल रहे हैं। पीयूष गोयल, जो राज्यसभा सदस्य हैं, ने इस बार लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाई है। उनके मजबूत संगठन और क्षेत्र में विकास कार्यों का लाभ उन्हें मिलता दिख रहा है। गोयल की छवि एक सुलझे हुए और मेहनती मंत्री की है, जो उनके पक्ष में जा रही है।

मोदी कैबिनेट के ‘टेक्नोक्रैट’ कहे जाने वाले राजीव चंद्रशेखर इस बार केरल की तिरुवनन्तपुरम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन शुरुआती रुझानों में वे पीछे चल रहे हैं। केरल की राजनीति में भाजपा का पैर जमाना हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है, और इस बार भी राजीव चंद्रशेखर को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। उनके विरोधी उम्मीदवार, जो कांग्रेस से हैं, क्षेत्र में मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं। देश की हॉट सीटों पर नजर डालें तो वाराणसी से पीएम मोदी अब आगे चल रहे हैं। वाराणसी की सीट हमेशा से ही मोदी के लिए सुरक्षित मानी जाती रही है, और इस बार भी वे वहां से जीत की ओर बढ़ते दिख रहे हैं। उनकी लोकप्रियता और वाराणसी में किए गए विकास कार्यों का लाभ उन्हें मिलता दिख रहा है।

महाराष्ट्र की नागपुर सीट से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी आगे चल रहे हैं। गडकरी, जो भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और उनकी छवि एक सफल और सक्षम मंत्री की है, उनको नागपुर के मतदाताओं का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने अपने क्षेत्र में सड़क और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया है, जो उनके पक्ष में काम कर रहा है हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर सीट से अनुराग ठाकुर भी आगे चल रहे हैं। अनुराग ठाकुर, जो कि एक युवा और ऊर्जावान नेता माने जाते हैं, को क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता का लाभ मिल रहा है। उन्होंने खेल और युवा मामलों में अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, जिससे उन्हें युवाओं का समर्थन मिल रहा है।

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अमेठी से स्मृति ईरानी के पीछे चलने की खबर भाजपा के लिए एक बड़ी चिंता का विषय हो सकती है, क्योंकि यह सीट हमेशा से प्रतिष्ठा की रही है। स्मृति ईरानी ने अपने क्षेत्र में विकास कार्यों पर जोर दिया था, लेकिन शायद यह मतदाताओं को प्रभावित करने में पर्याप्त नहीं हो पाया है। वहीं, राजीव चंद्रशेखर का तिरुवनन्तपुरम से पीछे चलना भी भाजपा के लिए केरल में पैर जमाने की चुनौती को और बढ़ा रहा है। इसके विपरीत, पीयूष गोयल और नितिन गडकरी जैसे वरिष्ठ मंत्री अपने क्षेत्रों में आगे चल रहे हैं, जो भाजपा के लिए राहत की खबर है। ये नेता अपने-अपने क्षेत्रों में विकास और संगठनात्मक मजबूती के लिए जाने जाते हैं, और इनकी जीत भाजपा के लिए महत्वपूर्ण होगी।

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गिरिराज सिंह का बेगूसराय से पीछे चलना भी चौंकाने वाला है, क्योंकि वे एक वरिष्ठ और प्रभावशाली नेता हैं।  गिरिराज सिंह ने अपने चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी थी, लेकिन शुरुआती रुझान उनके पक्ष में नहीं हैं। कुल मिलाकर, लोकसभा चुनाव 2024 के शुरुआती रुझान भारतीय राजनीति में कई नई दिशाएं दिखा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट के कई मंत्री इस बार चुनावी मैदान में थे, और उनके प्रदर्शन पर पूरे देश की नजरें हैं। शुरुआती रुझानों में जहां कुछ मंत्रियों को सफलता मिलती दिख रही है, वहीं कुछ को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि अंतिम नतीजे क्या मोड़ लेते हैं और भारतीय राजनीति के भविष्य की दिशा क्या होगी।

 

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