G7 शिखर सम्मेलन 2024: पीएम मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से की मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के साथ जी7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली की राजधानी रोम का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, और पोप फ्रांसिस समेत कई महत्वपूर्ण नेताओं के साथ द्विपक्षीय चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के साथ जी7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली की राजधानी रोम का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, और पोप फ्रांसिस समेत कई महत्वपूर्ण नेताओं के साथ द्विपक्षीय चर्चा की। उन्होंने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ भी गहरी बातचीत की और दोनों ने भारत और इटली के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने के माध्यमों पर विचार किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर भारतीय सेना के द्वारा दिये गए द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान इटली में की गई योगदान को भी सराहा और भारत-इटली संबंधों को मजबूत करने का संकल्प जताया। उन्होंने जी7 शिखर सम्मेलन में भारत के प्रतिनिधित्व के लिए धन्यवाद व्यक्त किया और भारत को उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के लिए इटली की प्रशंसा दी।
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यह दौरा नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में उनकी पहली विदेश यात्रा थी और इसे वे महत्वपूर्ण मानते हैं क्योंकि इसमें वे भारत का स्वागत अंगीकरण करने के साथ-साथ ग्लोबल मामलों में उनकी भागीदारी भी हुई। जी7 शिखर सम्मेलन में भारत का शामिल होना भी एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे देश का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठान बढ़ेगा। इस सम्मेलन में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा और जापान जैसे विकसित देशों के साथ भाग लेने से भारत की विदेश नीति में वृद्धि होगी।
इस अवसर पर भारत ने अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, और भारत-प्रशांत क्षेत्र के 11 विकासशील देशों के नेताओं को भी सम्मेलन में शामिल करने के लिए आमंत्रित किया है। इससे भारत की विदेश नीति में विस्तार होगा और उसकी विश्व स्तरीय पहचान में भी सुधार होगा। इस सम्मेलन के माध्यम से भारत ने बायो-फ्यूल, खाद्य एवं महत्वपूर्ण खनिजों जैसे क्षेत्रों में इटली के साथ साझा काम करने का भी संकल्प जताया है। यह समझौता दोनों देशों के लिए अर्थपूर्ण हो सकता है और उनके बीच अनुकूल संबंधों को और भी मजबूत कर सकता है। इस प्रकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस यात्रा ने भारत के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को मजबूती प्रदान की है और देश के स्थानिक स्तर पर उसकी भूमिका को भी मजबूत बनाया है।