दिल्ली के जलभराव के दौरान अयोध्या पर AAP सांसद संजय सिंह ने दिया बयान,अयोध्या के विकास की खोली पोल
अयोध्या में मानसून की पहली बारिश ने जिला प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने इस स्थिति को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा सराही जाने वाली अयोध्या पहली बारिश भी नहीं झेल पाई, जिससे वहाँ के विकास के दावों की पोल खुल गई। पानी गर्भगृह तक घुसने से मंदिर के मुख्य पुजारी भी नाराज हो गए हैं।
अयोध्या में मानसून की पहली बारिश ने जिला प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने इस स्थिति को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा सराही जाने वाली अयोध्या पहली बारिश भी नहीं झेल पाई, जिससे वहाँ के विकास के दावों की पोल खुल गई। पानी गर्भगृह तक घुसने से मंदिर के मुख्य पुजारी भी नाराज हो गए हैं। संजय सिंह ने शुक्रवार को देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश के बाद ढहते बुनियादी ढांचे को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या, जिसे भाजपा अपने विकास के मॉडल के रूप में प्रस्तुत करती है, वहाँ पहली ही बारिश में राम मंदिर में पानी घुस गया। गर्भगृह में पानी भरने से मंदिर के मुख्य पुजारी नाराज हो गए हैं। इसके अलावा, अटल सेतु पुल की खराब स्थिति, जबलपुर टर्मिनल का ढहना और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का नष्ट होना भी भाजपा के विकास के दावों की सच्चाई को उजागर करता है।
संजय सिंह ने कहा कि भाजपा के पीछे-पीछे भ्रष्टाचार चलता है। उन्होंने दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 की छत गिरने की घटना को बेहद शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि इसका उद्घाटन 10 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था और इतनी जल्दी छत गिर जाना भाजपा की कार्यशैली और भ्रष्टाचार को दर्शाता है। संजय सिंह ने दिल्ली सरकार की ओर से किए गए जलभराव को कम करने के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जलभराव की स्थिति पिछली बार से बेहतर है। मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि आज सभी समस्याग्रस्त बिंदुओं की पहचान कर ली गई है और सभी विभाग और अधिकारी जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। जलभराव से प्रभावित सभी स्थानों पर काम जारी है।
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शुक्रवार की सुबह दिल्ली में भारी बारिश ने लंबे समय से चल रही गर्मी से राहत दिलाई, लेकिन इसके साथ ही कई हिस्सों में भारी जलभराव भी हो गया। इससे यातायात की आवाजाही और निवासियों के सामान्य जीवन पर प्रभाव पड़ा। कई लोग जलभराव वाली सड़कों से गुजरते नजर आए और भाजपा पार्षद रविंदर सिंह नेगी को विरोध जताने के लिए NH9 पर एक नाव चलाते देखा गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, शहर की सफदरजंग वेधशाला ने सुबह 8:30 बजे तक 228 मिमी बारिश दर्ज की, जो जून में 24 घंटे में दर्ज की गई दूसरी सबसे अधिक बारिश है। इससे पहले, 28 जून 1936 को 235.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।
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इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी मानसून की बारिश ने अपना कहर दिखाया। टर्मिनल-1 की छत का एक हिस्सा ढहने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और आठ लोग घायल हो गए। यह घटना सुबह 5:30 बजे हुई। दिल्ली अग्निशमन सेवा ने इस घटना की पुष्टि की है। इस प्रकार, मानसून की पहली बारिश ने न केवल अयोध्या बल्कि दिल्ली और अन्य स्थानों में भी प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी है। भाजपा द्वारा किए गए विकास के दावे पहली बारिश में ही धराशायी हो गए, जिससे जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।